वाराणसी: बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह ने सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में सुधार और देश के सबसे पुराने तीर्थ स्थलों में से एक वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के विकास के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भरपूर प्रशंसा की.
रणवीर और बॉलीवुड की 'परमसुंदरी' कृति सेनन रविवार को प्राचीन मंदिर शहर में थे. दोनों मशहूर डिजाइनर मनीष मल्होत्रा के फैशन शो के लिए शोस्टॉपर बने थे. शो की थीम 'बनारसी साड़ी- भारतीय संस्कृति और शिल्पकारों की एक टेपेस्ट्री' थी. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए रणवीर ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (वाराणसी के) बुनकर समुदाय की रक्षा और प्रचार के लिए जो कुछ भी किया है, उसकी हम सहे दिल से सराहना करते हैं. उन्होंने पिछले 10 सालों में काशी का चेहरा बिल्कुल बदल दिया है.
यह मुंबई के 5 स्टार से कई गुना बेहतर-रणवीर सिंह
'गली बॉय' ने कहा, 'यह कार्यक्रम अद्भुत था. गंगा नदी के तट पर रैंप-वॉकिंग का अनुभव लाखों लोगों को महसूस हुआ. यह मुंबई के 5 स्टार से कई गुना बेहतर है. इस कार्यक्रम ने हमारे बुनकर समुदाय की उत्कृष्ट शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया है.'
'जिम्मेदारी का एहसास करें और मतदान करें'
युवाओं से आधुनिक रुझानों और तौर-तरीकों को अपनाने और देश की विरासत के प्रति सचेत और जागरूक रहने का आह्वान करते हुए रणवीर ने कहा, 'हमारे देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करना बहुत महत्वपूर्व है. यह महीना बहुत महत्वपूर्ण है. अपनी जिम्मेदारी से न चूकें. आप भारत का भविष्य हैं, अपनी जिम्मेदारी का एहसास करें और मतदान करें.'
दोनों कलाकारों ने अपनी शानदार ट्रेडिशनल आउटफिट्स के जरिए भारतीय शिल्प कौशल का प्रतिनिधित्व किया. कृति ने भी वाराणसी के बदलते स्वरूप और बनारसी साड़ी को इतना अनोखा और सुंदर बनाने के बारे में बताया.
पिछले 10 सालों में काशी का पुनर्विकास देखा- कृति सेनन
कृति ने कहा, 'मैं हमेशा हाथ से बुनी हुई कोई चीज पहनना चाहती थी, जो हमारी विरासत और संस्कृति का प्रतीक हो. बनारसी साड़ी के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि बुनकर एक तरह की केवल एक ही साड़ी बुनते हैं. एक टुकड़ा बुनने में कई दिन लग जाते हैं. यह चीज लेनी चाहिए. मुझे खुशी है कि मैं इस पहल का हिस्सा बन सकी. काशी विकास भी विरासत भी का एक बहुत अच्छा उदाहरण है. पिछले 10 सालों में काशी ने जो पुनर्विकास देखा है, उसके बाद भी इसकी आत्मा वही है.'
मुझे यहां आना बहुत पसंद- मनीष मल्होत्रा
मनीष मल्होत्रा ने कहा कि वह कई बार वाराणसी आए हैं और उन्हें यह शहर बहुत पसंद है. उन्होंने कहा, 'मैं कई बार काशी आया और मुझे यहां आना बहुत पसंद है.' उन्होंने कहा कि हालांकि वह बुनकरों से पहले मिल चुके हैं लेकिन उनके हाथ से बुने गए शानदार कपड़ों को उजागर करने वाला एक फैशन शो करने का विचार उनके दिमाग में कभी नहीं आया.
मनीष ने कहा, 'मैं पहले यहां बुनकरों से मिला था लेकिन वाराणसी में फैशन शो आयोजित करने के बारे में कभी नहीं सोचा था. कई सालों तक काम करने और अनगिनत फैशन शो आयोजित करने के बाद भी, आज का कार्यक्रम अद्भुत था. मैं मंच के पीछे बहुत घबराया हुआ था.'
फैशन शो को दूसरों से अलग दिखाने वाली बात पर मल्होत्रा ने कहा, 'आमतौर पर, मेरे द्वारा डिजाइन किए गए कपड़े कढ़ाई और सेक्विन से भरे होते हैं, लेकिन आज उन पर ध्यान नहीं बल्कि काशी के बुनकरों की शिल्प कौशल पर ध्यान केंद्रित किया गया. मैंने हमेशा कोशिश की है भारत के स्थानीय शिल्प को दुनिया भर में ले जाना है और भविष्य में भी ऐसा करना जारी रहेगा. हमें अपने हथकरघा और अपने कारीगरों को पूरी दुनिया में ले जाना होगा.'.
मनीष मल्होत्रा का फैशन शो वाराणसी के हस्तशिल्प और हथकरघा को बढ़ावा देने के लिए भारतीय अल्पसंख्यक फाउंडेशन द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम (13-14 अप्रैल) का हिस्सा था. यह आयोजन नमो घाट पर हुआ.