हैदराबाद: संगीत जगत के महान फनकार मोहम्मद रफी की आज 100वीं बर्थ एनिवर्सरी है. भारत के सबसे प्रसिद्ध गायकों में से एक मोहम्मद रफी संगीत की दुनिया के एक महान लीजेंड थे. उनकी मधुर आवाज ने देव आनंद, शम्मी कपूर, दिलीप कुमार, गुरु दत्त, धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर जैसे बॉलीवुड सितारों के लिए कई सदाबहार हिट गाए गाए. 1980 में 55 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से रफी का निधन हो गया था. आज 24 दिसंबर को उनकी 100वीं जयंती मना रहे हैं, इस लीजेंड गायक के बारे में कुछ दिलचस्प बातें जानेंगे.
नाई की दुकान में किया काम
रफी का जन्म 24 दिसंबर 1924 को अमृतसर के पास कोटला सुल्तान सिंह गांव में एक पंजाबी जाट मुस्लिम परिवार में हुआ था. वे छह भाई थे, जिसमें से वे दूसरे नंबर के थे. बाद में सात साल की उम्र में रफी साहेब अपने परिवार के साथ लाहौर चले आए. जहां उनके बड़े भाई एक नाई की दुकान चलाते थे.
इस शख्स ने दिखाई दिशा
चूंकि उन्हें पढ़ाई में कोई दिलचस्पी नहीं थी, इसलिए उन्होंने दुकान पर अपने भाई का हाथ बंटाने में उनकी मदद की. कहा जाता है कि जब वह दुकान में होते थे तो वह गाने गुनगुनाया करते थे. उनके गाने को उनके भाई ने सुना. तब उनके भाई ने संगीत की दुनिया में उन्हें आगे बढ़ाने का फैसला किया.
जीवनलाल ने दिया ब्राइट फ्यूचर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रफी का संगीत के प्रति प्यार तब और बढ़ गया जब वह एक सूफी फकीर से मिले. वह फकीर उनके गांव में आया और उसके गायन ने उन्हें बहुत प्रभावित किया. वह अक्सर उस फकीर की तरह गाने की कोशिश करते थे. यहां तक कि वह सड़कों पर उसके साथ गाने लगते थे. इस दौरान उनकी मुलाकात एक ऐसे शख्स से हुई, जिन्होंने उनकी पूरी जिंदगी बदल दी. उस शख्स का नाम है- जीवनलाल.
जीवनलाल ने रफी का गाना सुना. उनका गाना सुनकर जीवनलाल मोहित हो गए और उन्हें ऑडिशन के लिए बुलाया. इस ऑडिशन में वह पास हो गए, जिसके बाद जीवनलाल ने उन्हें संगीत का शिक्षा दी.
13 साल की उम्र में रफी ने अपनी पहली स्टेज परफॉर्मेंस दी और उसके बाद उन्होंने जिंदगी में पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा. रफी के गानों की लिस्ट में दिल छू लेने वाले गानों से लेकर देशभक्ति के गीत, रोमांटिक धुन, कव्वाली, गजल और भजन तक शामिल हैं.