मुंबई : अभिषेक बच्चन स्टारर इमोशनल ड्रामा फिल्म 'आई वॉन्ट टू टॉक' बीती 22 नवंबर को रिलीज हुई और फिल्म ने बॉक्स ऑफिल पर उम्मीद से ज्यादा की कमाई की है. 'आई वॉन्ट टू टॉक' को शूजित सरकार ने डायरेक्ट किया है. फिल्म में अभिषेक बच्चन ने एक बेटी के बीमार सिंगल फादर की भूमिका निभाई है. अभिषेक बच्चन ने फिल्म काफी शानदार एक्टिंग करते नजर आ रहे हैं. पत्रकार सीमा सिन्हा ने फिल्म के डायरेक्टर शूजित सरकार संग खास बातचीत की है और फिल्म से जुड़ी दिलचस्प बातें जानी हैं, जो इस लेख में आपको जानने को मिलेंगी.
कैसे आया कहानी का आइडिया ?
शूजित सरकार को 'पीकू' और 'अक्टूबर' जैसी बेहतरीन फिल्मों के लिए जाना जाता है. अब वह इसी तरह की सधी हुई कहानी वाली फिल्म 'आई वॉन्ट टू टॉक' अभिषेक बच्चन संग लेकर आए हैं, जो एक पिता और बेटी की कभी इमोशनल होती, तो कभी बिगड़ती कहानी पर बात करती है. शूजित का इस फिल्म पर कहना है, यह फिल्म रिश्तों की सच्चाई को दिखाती है, जिसे हम हर रोज फेस कर रहे होते हैं. यह कहानी शूजित सरकार के सिंगल फादर दोस्त अर्जुन सेन से जुड़ी है.
डायरेक्टर ने बताया, अभिषेक ने मेरे दोस्त अर्जुन सेन का किरदार निभाया है, जिसमें पांच सालों से जानता हूं, वह ह्यूस्टन में रहता है, और एक एनआरआई है, वह एक आईआईटियन है और बीते 30 से 35 सालों से वहां रह रहा है, जब उसने साल 2020 में मुझे अपनी फैमिली (पत्नी और बेटी) के बारे में तो हिल गया, उसकी कहानी एक सर्वाइवल जिंदगी वाली है, यह कहानी कभी लचीली तो कभी कठोर दिखती है, यह कहानी बेटी के पिता को पालने की है, मुझे उसके साहस पर थोड़ी हंसी आई, मैं इस बात पर भी हंसा कि इलाज के दौरान उसके साथ-साथ क्या-क्या हुआ, लेकिन मैं आश्चर्यचकित था कैसे हम मर्द लोग महिलाओं की तुलना में कम एक्सप्रेसिव होते हैं, यह कहानी मुझे हिट कर गई और मैं इस बनाने का सोचा'.
क्या किसी बीमारी पर बेस्ड है फिल्म?
शूजित सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि फिल्म 'आई वॉन्ट टू टॉक' किसी बीमारी पर बेस्ड फिल्म नहीं हैं, बल्कि मुसीबतों के बाद भी जिंदगी को खुलकर जीने की कहानी है, अभिषेक ने जिस तरह से इस कैरेक्टर को जिया है, यह देख मैं रोजाना हंसता था, इस कैरेक्टर में कमाल का सेंस ऑफ हम्यूर है, जो अभिषेक ने बखूबी दिखाया है'. डायरेक्टर ने बताया, अभिषेक का किरदार ह्यूमन स्पिरिट के नाम है, कैसे हम मुसीबतों में भी रास्ता ढूंढ लेते हैं, फिल्म के बारे में बोलते हुए, शूजीत ने शूटिंग के दौरान अभिषेक के साथ हुई बातचीत का भी खुलासा किया, जहां अभिनेता, अर्जुन सेन के किरदार में एक शानदार लाइन बोली, 'अब मेरी शादी कैंसर से हो गई है, इसलिए अब मुझे इसे अपने साथ रखना होगा'.
इरफान खान होते फिल्म में?
बता दें, शूजित सरकार ने फिल्म 'पीकू' में इरफान खान के साथ काम किया था. शूजित सरकार ने इरफान खान के साथ अपनी शानदार बॉन्डिंग पर भी खुलासा किया और वह इस बात से बेहद दुखी हैं कि आज वह उनके साथ नहीं हैं. डायरेक्टर ने बताया, 'मैं कहानी लिखता हूं, तो मेरे जहन में इरफान आ जाते हैं, वो हमेशा मेरे विचारों में रहते हैं, मैंने अभिषेक को बताया कि अगर इरफान होते तो इस रोल को वही करते, इस पर अभिषेक ने मुझसे कहा कि मैं उन्हें धमकी न दूं या उन पर दबाव न डालूं, इसके बजाय मैंने उनसे कहा कि मैं धमकी नहीं दे रहा था बल्कि उन्हें बहुत प्रेरणा दे रहा था'.
अभिषेक बच्चन को कैसे मिला रोल?
डायरेक्टर ने कहा, 'हमने 2021 में फिल्म लिखना शुरू किया था और हमारे दिमाग में हमेशा अभिषेक थे और जब मैंने उन्हें रोल ऑफर किया तो अभिषेक खुशी से शॉक्ड हुए थे, वह इसके लिए बिल्कुल आभारी थे, उनके फिल्म में लेने के कई कारण थे, जैसे कि वह भी एक बेटी के पिता हैं, वह एक अनुभवी फैमिली मैन हैं और वह 40-45 साल का किरदार निभा सकते हैं, और तीसरी बात यह है कि उन्होंने भी अमेरिका में पढ़ाई की है, जहां फिल्म शूट हुई है, इसलिए वहां के तौर-तरीके, लोग और भाषा उनके काम आए'.
अभिषेक बच्चन को समझाने की जरुरत नहीं पड़ी- डायरेक्टर
जब डायरेक्टर से पूछा गया कि इस रोल को प्ले करने के लिए अभिषेक बच्चन को क्या सावधानियां बरतने को कहा गया तो इस पर डायरेक्टर ने बताया, 'मैंने अभिषेक को कुछ नहीं बोला, बस हमारी बातचीत हुई, रोल के बारे में बताया और बाकी सब उनपर छोड़ दिया, ना तो कई वर्कशॉप हुई और ना ही कहानी पढ़ी गई, वह अपने पिता की तरह अपने डायलॉग्स और लाइनों को याद करने में माहिर हैं, लेकिन शूटिंग के वक्त मुझे एहसास हुआ कि उनके काम में उनकी मां की झलक ज्यादा है, सबसे बड़ी बात बेटी और बाप के बीच के रिश्ते पर उन्हें ज्यादा समझाने की जरूरत भी नहीं पड़ी और उनके अभिनय में रियल्टी नजर आई'.
अभिषेक-ऐश्वर्या की अलग होने की अफवाहों का फिल्म पर कोई असर ?
डायरेक्टर ने कहा, 'नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है, अफवाह हमेशा अफवाह होती हैं, लेकिन सेट पर मुझे और अभिषेक इन चीजों से कोई फर्क नहीं पड़ा, अभिषेक अपने परिवार, बेटी और पत्नी से जुड़े इंसान हैं, लोगों का काम तो कहने का होता है'.
6 साल बाद लौटे डायरेक्टर शूजित सरकार
बता दें, शूजित सरकार ने पूरे छह साल बाद कोई फिल्म थिएटर में आई है. साल 2018 में उन्होंने वरुण धवन के साथ फिल्म अक्टूबर की थी. इसके बाद उनकी दो फिल्में गुलाबो सिताबो और सरदार उधम सिंह ओटीटी पर स्ट्रीम हुई थी. इस पर डायरेक्टर ने कहा, 'मैं अपनी ये दोनों फिल्में थिएटर्स में रिलीज करना चाहता था, लेकिन समय ने साथ नहीं दिया, लेकिन आई वॉन्ट टू टॉक के साथ ऐसा नहीं हुआ, लेकिन मैं नर्वस भी नहीं हूं, हां मैं मानता हूं कि थोड़ा समय जरूर लगा, लेकिन कोविड 19 में चीजें हमारे अनुसार नहीं थी, मैं अपनी फिल्मों को कम लागत में बनाता हूं, और इसलिए मैं फिल्म की कमाई को लेकर चिंता नहीं करता हूं'.
सीक्वल और फ्रेंचाइजी पर क्या बोले डायरेक्टर
जब डायरेक्टर से इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में फिल्मों के धड़ल्ले से बन रहे सीक्वल और फ्रेंचाइजी पर बात की गई तो उन्होंने कहा, यह फिल्ममेकर की च्वॉइस है, मैं इससे ज्यादा प्रभावित नहीं हूं, कई लोगों ने मुझे कहा भी कि मैं पीकू और विक्की डोनर के सीक्वल क्यों बनाता, लेकिन मैंने उनसे साफ मना कर दिया, क्योंकि जब एक सधे हुए विषय पर फिल्म करता हूं, तो फिर दोबारा मैं उसे नहीं आगे खींच सकता, मैं इस जोन मैं नहीं जाना चाहता'. बता दें, शूजित सरकार इन दिनों कई जोनर की फिल्मों की स्क्रिप्ट लिख रहे हैं, जिसमें रोमांटिक, माइथोलॉजी और पीरियड ड्रामा शामिल हैं. इन सभी फिल्मों में एक शानदार कहानी देखने को मिलेगी
आई वॉन्ट टू टॉक डे 1 कलेक्शन
बता दें, शूजित सरकार ने महज 40 करोड़ रुपये के बजट में फिल्म 'आई वॉन्ट टू टॉक' को तैयार किया है और फिल्म ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर 25 लाख रुपये का बिजनेस किया है. फिल्म में अभिषेक के अलावा, अहिल्या बामरू, जयंत कृपलानी, जॉनी लीवर, नैवेदी पर्ले डे, क्रिस्टिन गोडार्ड अहम रोल में हैं. फिल्म को रोनी लाहिरी और शूजित सरकार ने राइजिंग सन फिल्म्स के अंतर्गत प्रोड्यूस की है.