रांची: मैट्रिक-इंटर का रिजल्ट आना शुरू हो गया है. बिहार सहित कुछ राज्यों में परिणाम जारी होने के बाद झारखंड में भी जल्द ही जैक बोर्ड रिजल्ट जारी करने की तैयारी में है. इसके अलावा मई महीने में सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के भी रिजल्ट जारी होने वाले हैं. ऐसे में इस परीक्षा में सफल होने वाले विद्यार्थियों के मन में अभी से उधेरबून है कि आगे क्या करें. कोई इंजीनियर बनना चाहता है तो कोई डॉक्टर तो कोई लॉ प्रोफेशनल. विद्यार्थी के साथ-साथ आज के जमाने में गार्जियन भी इस सोच के साथ खड़े रहते हैं कि उनके बच्चे अच्छी डिग्री प्राप्त करे.
मैट्रिक-इंटर के बाद सावधानी से करियर का करें चुनाव-एक्सपर्ट
मैट्रिक-इंटर को करियर के दृष्टिकोण से काफी अहम माना जाता है. इसके बाद से ही प्रोफेशनल कोर्स के साथ-साथ कई क्षेत्रों में जाने का मौका मिलना शुरू हो जाता है. ऐसे में विद्यार्थी के साथ-साथ उनके गार्जियन को भी सावधानी से आगे की पढ़ाई का चयन करने की आवश्यकता है. राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ श्रीमोहन सिंह कहते हैं कि हर बच्चे में टैलेंट छिपा हुआ रहता है आवश्यकता है उसे निखारने का. बच्चों की रुचि के अनुसार उसे अवसर मिलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अभिभावक को भी चाहिए कि यह देखें कि बच्चा जिस क्षेत्र में जाना चाहता है इसका निर्णय कैसा है और उसकी क्षमता कैसी है उस अनुरूप अपनी सुख सुविधा को नजरअंदाज कर बच्चों के करियर बनाने का काम करें. बच्चे सतत अच्छा करे इसके लिए माहौल बनाने के साथ कॉउसिलिंग जरूर होनी चाहिए.
मैट्रिक-इंटर के बाद खुलते हैं संभावनाओं के द्वार
मैट्रिक और इंटर के बाद संभावनाओं का द्वार खुलता है. वर्तमान समय में कंप्यूटर इंजीनियर बनने की ख्वाहिश ज्यादातर बच्चों में देखी जाती हैं इसके लिए आईआईटी जैसे संस्थान में दाखिला के लिए साल में दो बार अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा यानी जेईई आयोजित की जाती है. इस परीक्षा में सफल होने के बाद 12वीं पास विद्यार्थी का नामांकन होता है.
इंजीनियरिंग के बाद मेडिकल का क्रेज सर्वाधिक है. देश में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा यानी एनईईटी के माध्यम से एमबीबीएस में दाखिला मिलता है. मेडिकल के बाद हाल के वर्षों में लॉ प्रोफेशनल्स का क्रेज काफी बढ़ा है. क्लैट के माध्यम से देश के नामी लॉ कॉलेज में स्नातक स्तर पर प्रवेश होती है.
मैनेजमेंट की भी काफी डिमांड है. देश के अच्छे मैनेजमेंट कॉलेज में दाखिला के लिए एडमिशन टेस्ट लिए जाते हैं. बात यदि मैट्रिक के बाद की करें तो विद्यार्थी पॉलिटेक्निक के माध्यम से कई कोर्स में अपना करियर बना सकते हैं. आईटीआई डिप्लोमा धारक युवाओं के लिए रेलवे सहित राज्य और केंद्र सरकार के साथ-साथ निजी कंपनियों में भी विभिन्न पदों पर डिमांड रहती है.
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