नई दिल्ली: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दिल्ली के संबद्ध कॉलेजों में नामांकित जीपैट उत्तीर्ण छात्रों को छात्रवृत्ति राशि का वितरण नहीं होने पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को एक ज्ञापन सौंपा है.
विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महासचिव याज्ञवल्क्य शुक्ला ने कहा, "विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में फार्मेसी के छात्र यूजीसी के वादे के अनुसार छात्रवृत्ति के पात्र हैं. हमने यूजीसी को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें इस स्थिति को सुधारने के लिए जीपैट छात्रवृत्ति और संबंधित मामलों पर तत्काल निर्णय और स्पष्ट दिशानिर्देशों की मांग की है.
एबीवीपी ने यूजीसी को सौंपे ज्ञापन में निम्नलिखित मांगों को किया रेखांकित:
- विश्वविद्यालय से संबद्ध संस्थानों में नामांकित फार्मेसी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति मुद्दे का त्वरित समाधान की मांग.
- छात्रों को प्रक्रिया समझने में मदद करने के लिए पंजीकरण फॉर्म की समय सीमा एक महीने बढ़ाने की मांग.
- बेहतर समझ के लिए छात्रवृत्ति आवेदन और पंजीकरण प्रक्रिया को दर्शाने वाले फ्लो चार्ट के साथ स्पष्ट दिशानिर्देशों की मांग.
एबीवीपी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि, "विश्वविद्यालय विभागों में नामांकित फार्मेसी के छात्र छात्रवृत्ति से लाभान्वित हो रहे हैं. वहीं विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को बिना किसी वित्तीय सहायता के छोड़ दिया गया है.
एबीवीपी ने कहा कि, “ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट (जीपीएटी) के लिए अर्हता प्राप्त करने पर, छात्रों को 12,500 रुपये की छात्रवृत्ति का वादा किया गया था. 8000 से अधिक छात्रों ने अपनी शैक्षिक गतिविधियों के लिए छात्रवृत्ति की सहायता की आशा से विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में दाखिला लिया. दुर्भाग्य से, यूजीसी के अस्पष्ट दिशानिर्देशों के कारण, इन छात्रों को वर्तमान शैक्षणिक सत्र के लिए छात्रवृत्ति प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.