नई दिल्ली: हरियाणा की नई एक्साइज पॉलिसी, जो इस सप्ताह लागू हो गई है. इससे गुरुग्राम में शराब की कीमतों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यह बढ़ोतरी गुरुग्राम के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों में 162 क्षेत्रों की 324 शराब दुकानों की सफल नीलामी के बाद हुई है. इससे हरियाणा सरकार को 1,756 करोड़ रुपये मिले- जो एक्साइज पॉलिसी द्वारा निर्धारित आरक्षित मूल्यों से 9.4 फीसदी अधिक है. आरक्षित मूल्य वह न्यूनतम मूल्य होता है जिस पर विभाग किसी दुकान की नीलामी करता है.
नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) के ट्रस्टी और बीयर कैफे के संस्थापक राहुल सिंह ने कहा कि राज्य कार्टेल को तोड़ने, मामूली साधनों वाले नए खिलाड़ियों के प्रवेश की सुविधा देकर व्यापार को व्यापक बनाने के अपने दीर्घकालिक उद्देश्यों को पूरा करना जारी रखता है. इसलिए, उनकी पसंद के अनुसार आने वाले दो अलग-अलग एल-2 खुदरा विक्रेता लाइसेंसधारियों में से किसी से भी बार को आपूर्ति का प्रावधान है. साथ ही, उक्त दो एल-2 लाइसेंसधारियों में से कोई भी बार लाइसेंसधारी से ऐसी कीमत नहीं मांग सकता जो नीति के अनुसार निर्धारित न्यूनतम खुदरा बिक्री मूल्य से 10 फीसदी से अधिक हो.
एक्साइज डिपार्टमेंट द्वारा साझा किए गए आंकड़ों से पता चला है कि शराब की दुकानों के लिए टॉप 10 बोलियों में से पांच दिल्ली की सीमा के पास स्थित हैं.
आगे और भी नीलामी होंगी
14 जून को गुरुग्राम पूर्व में 20 और पश्चिम में दो क्षेत्रों सहित आगे और भी नीलामी निर्धारित हैं. सभी दुकानों की नीलामी होने के बाद उत्पन्न राजस्व में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.
ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना
शादी के मौसम की शुरुआत के साथ दुकानों पर ग्राहकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है. अधिकांश दुकानें पिछले मालिकों के पास ही हैं, नीति के नए प्रावधान बाजार की गतिशीलता को बढ़ाएंगे.