नई दिल्ली: दुनियाभर के कई देशों के सेंट्रल बैंक बड़ी मात्रा में सोना खरीद रहे हैं. इनमें भारतीय रिजर्व बैंक भी शामिल है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ जुलाई महीने में सेंट्रल बैंकों ने 37 टन सोने की खरीदारी की है. सोना खरीदने वाले देशों में पोलैंड, तुर्की, उज्बेकिस्तान और चेक रिपब्लिक जैसे देशों को नाम टॉप में शामिल रहै. इस ताबड़तोड़ खरीद के बीच कुछ ऐसे देश भी है जिनके केंद्रीय बैंक सोना बेच रहे हैं.
भारतीय रिजर्व बैंक ने कितना सोना खरीदा?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जुलाई 2024 में 5 टन सोने के भंडार को बढ़ाते हुए अपने गोल्ड रिजर्व को बढ़ाना जारी रखा है. इस नए बढ़ोतरी के साथ, RBI ने इस साल अपने गोल्ड रिजर्व में 43 टन की बढ़ोतरी की है. इससे कुल रिजर्व लगभग 846 टन हो गया है.
RBI द्वारा खरीदा गया सोना
RBI 2024 में हर महीने लगातार सोना खरीद रहा है, वैश्विक रुझान का अनुसरण करते हुए जहां केंद्रीय बैंक अपने गोल्ड रिजर्व को बढ़ा रहे हैं. अकेले जुलाई में, दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने लगभग 37 टन सोना खरीदा, जो जून की तुलना में 200 फीसदी की बढ़ोतरी है. इस साल सबसे अधिक मासिक खरीद जनवरी में हुई थी, जब वैश्विक स्तर पर 45 टन सोना खरीदा गया था.
टोटल गोल्ड रिजर्व 2024 के पहले छह महीनों के लिए, केंद्रीय बैंकों ने रिकॉर्ड 483 टन सोना हासिल किया है. यह पिछले दो सालों में बड़ी खरीद के बाद है, जिसमें वैश्विक सोने की खरीद 2022 में लगभग 1,082 टन और 2023 में 1,037 टन तक पहुंच गई है.
दुनियाभर में सोने के खरीदार
भारत, तुर्की, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और रूस सहित एशिया के केंद्रीय बैंक सोने के प्रमुख खरीदार रहे हैं. विशेष रूप से चीन पिछले 18 महीनों से अपने गोल्ड रिजर्व में लगातार बढ़ोतरी कर रहा है.
केंद्रीय बैंकों द्वारा की जा रही यह निरंतर खरीद सोने की कीमतों को मजबूत बनाए रखने में मदद कर रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि 2024 में सोने की कीमतें नई ऊंचाई पर पहुंच सकती हैं.
केंद्रीय बैंक क्यों खरीद रहे सोना?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डॉलर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. इसकी वजह से केंद्रीय बैंक अपने पोर्टफोलियो में सोना जमा कर रहे हैं. साथ ही रिपोर्ट में ये भी है कि अगर अमेरिका आगे ब्याज दरों में कटौती करता है तो डॉलर की वैल्यू नीचे गिर सकती है. इसलिए सेंट्रल बैंक गोल्ड की तरफ जा रहे हैं.
सोने के दाम बढ़ेंगे!
भारत में घरेलू कारणों से भी सोना प्रभावित होती हैं. त्योहारों की मांग और सरकार द्वारा कस्टम ड्यूटी घटाने से सोने के दान में पिछले पीक से 6000 रुपये की गिरावच आई. अब त्योहारों का सीजन शुरू होगा. धनतेरस जैसे त्योहार पर सोने की मांग बढ़ने की उम्मीद है जो सोने की कीमतों पर उच्च स्तर पर ले जा सकती है.