नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले आज अंतरिम बजट पेश किया, जो प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट है. यह बजट अंतरिम प्रकृति का है और वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए व्यापक बजट आम चुनाव के बाद नई सरकार के गठन के बाद ही पेश किया जाएगा. अंतरिम बजट नई सरकार के गठन तक खर्च और राजस्व की रूपरेखा तैयार करता है क्योंकि यह सरकार को अपने वित्तीय दायित्वों का प्रबंधन करने में मदद करता है.
अपना छठा बजट पेश कर रहीं सीतारमण ने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास' को अपने 'मंत्र' के रूप में लेकर सरकार ने उन चुनौतियों पर सही तरीके से काबू पाया हैं. पिछले 10 वर्षों में सरकार के प्रदर्शन पर प्रकाश डालते हुए सीतारमण ने कहा कि भारत ने लगातार तीन वर्षों में सात फीसदी की वृद्धि देखी है. गरीब, युवा, महिला और अन्नदाता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हैं. उनका कल्याण देश का कल्याण है. वहीं, पीएम फसल बीमा योजना के तहत 4 करोड़ किसानों को फसल बीमा दिया गया है.
सीतारमण ने कहा कि सरकार उन वर्षों के मिसमैनेजमेंट से सबक लेने के लिए संसद के पटल पर एक 'श्वेत पत्र' रखेगी ताकि यह देखा जा सके कि देश 2014 तक कहां था और अब कहां है.
आइए अंतरिम बजट को ग्राफिक्स के माध्यम से समझने की कोशिश करते हैं.