नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी प्रमुख आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने लगातार तीसरी तिमाही में अपने कर्मचारियों की संख्या में गिरावट दर्ज की है, जो 19 वर्षों में पहली बार है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी में कुल कर्मचारी आधार अब 6,01,546 है. रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष के लिए टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या में 13,249 से अधिक की गिरावट आई और क्रमिक आधार पर, कर्मचारियों की संख्या में 1,759 की गिरावट आई. वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में, टीसीएस की कुल संख्या 614,795 थी और पूरे वर्ष के लिए 22,600 कर्मचारियों की नेट बढ़ोतरी हुई थी.
बता दें कि वित्तीय वर्ष 2022 में, आईटी सर्विस प्रोवाइडर ने 103,546 कर्मचारियों को जोड़ा था, जबकि वित्त वर्ष 21 में यह संख्या 40,185 कर्मचारी थी.
टीसीएस के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी (सीएचआरओ) मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि कंपनी अभी भी वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए नियुक्त किए जाने वाले कुल फ्रेशर्स को कैलिब्रेट कर रही है. उन्होंने कहा कि टीसीएस नेशनल क्वालिफाइड टेस्ट जल्द ही शुरू होगा और कंपनी सीधे वहां से छात्रों को नौकरी पर रखेगी.
वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने प्रॉफिट हासिल किया
बता दें कि शुक्रवार को, कंपनी ने मजबूत घरेलू कारोबार के कारण वित्त वर्ष 2024 की जनवरी-मार्च तिमाही में नेट प्रॉफिट में 9 फीसदी की वृद्धि के साथ 12,434 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की, जबकि कंपनी विदेशों में अपने प्रमुख बाजारों में संघर्ष कर रही थी. वहीं, पूरे वित्तीय वर्ष में, टीसीएस का नेट प्रॉफिट 9 फीसदी बढ़कर 45,908 करोड़ रुपये हो गया, जबकि रेवेन्यू एक साल पहले 2,25,458 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,40,893 करोड़ रुपये हो गया.
TCS का रिपोर्ट
ज्योग्राफिकल पर्सपेक्टिव से देखें तो सबसे बड़े बाजार उत्तरी अमेरिका के राजस्व में 2.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जबकि महाद्वीपीय यूरोप, जो तीसरा सबसे बड़ा बाजार है, के राजस्व में नवीनतम जनवरी-मार्च अवधि के दौरान 2 फीसदी की गिरावट देखी गई. हालांकि, इसके घरेलू कारोबार ने, जिसने राजस्व में लगभग 38 फीसदी की वृद्धि देखी, कंपनी को तिमाही के दौरान राजस्व में 3.5 फीसदी की वृद्धि के साथ 61,237 करोड़ रुपये तक पहुंचने में मदद मिली.