मुंबई: कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन भारतीय इक्विटी बेंचमार्क में भारी गिरावट आई है. बता दें कि बीएसई पर सेंसेक्स 689 अंकों के गिरावट के साथ 72,058 पर कारोबार कर रहा. वहीं, एनएसई पर निफ्टी 1.05 फीसदी के गिरावट के साथ 21,823 पर कारोबार कर रहा. घरेलू बेंचमार्क में गिरावट उपभोक्ता, आईटी और एनर्जी शेयरों में कमजोरी के कारण हुआ है. इस गिरावट के कारण बीएसई बाजार पूंजीकरण (एम-कैप) का लगभग 3.8 लाख करोड़ रुपये डूब गए है. बीएसई एम-कैप के अनुसार निवेशकों की संपत्ति 3.86 लाख करोड़ रुपये गिरकर 374.93 लाख करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले सत्र में मूल्यांकन 378.79 लाख करोड़ रुपये था.
बता दें कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (टीसीएस), रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल), एलएंडटी, इंफोसिस, एचयूएल, आईटीसी, नेस्ले इंडिया, एचसीएलटेक और टाटा मोटर्स जैसे फ्रंटलाइन शेयरों ने आज गिरावट के कारण बने है.
ये है बाजार में गिरावट के कारण
- कंज्यूमर, आईटी और एनर्जी शेयरों में गिरावट- निफ्टी एफएमसीजी 1.39 फीसदी, निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 0.86 फीसदी, निफ्टी आईटी 1.92 फीसदी और निफ्टी ऑयल एंड गैस एनएसई पर 1.41 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे है.
- दूसरा, वैश्विक संकेत- अमेरिकी आईटी शेयरों में इस सप्ताह 3.3 फीसदी की गिरावट आई है क्योंकि हाल ही में उम्मीद से अधिक मुद्रास्फीति के कारण फेडरल रिजर्व द्वारा दर में कटौती की उम्मीदें कम हो गई हैं. फेड के फैसले से पहले एशियाई बाजार भी नीचे थे, बैंक ऑफ जापान द्वारा आठ साल की नकारात्मक ब्याज दरों को समाप्त करने के बावजूद उनका घाटा बरकरार रहा.
- एफआईआई डेटा- विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने पिछले सत्र के दौरान शुद्ध आधार पर 2,051.09 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,260.88 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जैसा कि एक्सचेंज डेटा से पता चलता है.