मुंबई: अडाणी ग्रुप की कंपनियों में निवेश को लेकर एक अहम मोड़ आया है. बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ने अपनी जांच में पाया है कि इन कंपनियों में निवेश किए गए 1 दर्जन ऑफशोर फंड डिस्क्लोजर रुल्स का उल्लंघन और निवेश सीमा उल्लंघन है. बता दें कि इस मामले में सेबी अडाणी ग्रुप के फंडों की जांच कर रहा है कि क्या शेयरधारकों के साथ काम करने के रुप में देखा जा सकता है? इस आरोप से अडाणी ग्रुप पहले ही इनकार कर चुका है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत के बाजार नियामक ने पाया कि अडाणी समूह की कंपनियों में निवेश किए गए एक दर्जन ऑफशोर फंड डिस्क्लोजर नियमों का उल्लंघन और निवेश सीमा का उल्लंघन कर रहे थे.
सेबी ने ऑफशोर फंड्स को अडानी निवेश नियमों का उल्लंघन करते हुए पाया, जुर्माने के साथ निपटान की मांग की है. साथ ही नियामक ने समूह स्तर पर खुलासे की मांग की है. बता दें कि भारतीय सिक्योरिटीज और बिलबोर्ड (सेबी) और अडाणी ग्रुप ने ईमेल के जरिये ग्राहकों को दी गई टिप्पणियों का तुरंत जवाब नहीं दिया. इससे पहले मीडिया रिपोर्ट में आई थी कि सेबी ने पिछले साल अगस्त में लिस्टिंग में शामिल शेयरों के खुलासे और ऑफशोर फॉन्ड्स की कोलोराडो की सीमा के उल्लंघन का खुलासा किया था.