नई दिल्ली: घरेलू कारोबारी दिग्गज मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज क्विक कॉमर्स कारोबार में फिर से उतरने की तैयारी कर रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 'रिलायंस रिटेल' ने इसके लिए एक टीम भी बना ली है. ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट, जेप्टो, बीबेनाउ पहले से ही इस क्षेत्र में हैं. इनकी डिलीवरी महज 10 मिनट में ग्राहकों तक हो जाती है. लेकिन लगता है कि रिलायंस इस डिलीवरी मॉडल को नहीं अपनाएगी.
बता दें कि रिलायंस कंपनी ने कोरोना संकट के दौरान जियोमार्ट नाम से जरूरी सामान की डिलीवरी के क्षेत्र में कदम रखा था. हालांकि, फ्लिपकार्ट और अमेजन की तरह इसमें उसी दिन डिलीवरी की कोई गारंटी नहीं है.
30 मिनट के अंदर डिलीवरी
खबर है कि रिलायंस रिटेल एक ऐसा बिजनेस मॉडल तैयार कर रही है, जिसमें ऑर्डर देने के महज 30 मिनट के अंदर डिलीवरी हो जाती है. रिलायंस रिटेल की योजना अपने स्टोर और किराना स्टोर से सामान कलेक्ट करके ग्राहकों तक पहुंचाने की है.
जियोमार्ट पार्टनरशिप के तहत 20 लाख किराना स्टोर रिलायंस रिटेल के होलसेल डिवीजन से खरीदारी कर रहे हैं. इसलिए रिलायंस को दूसरी क्विक कॉमर्स कंपनियों की तरह हर इलाके में डार्क स्टोर खोलने की जरूरत नहीं है.
फाइंड (FYND), लोकस जैसे टेक प्लेटफॉर्म की सेवाओं का यूज करते हुए, रिलायंस सबसे छोटा रास्ता अपनाकर 30 मिनट के भीतर डिलीवरी करने की योजना बना रहा है. कंपनी सबसे पहले आवश्यक वस्तुओं के साथ सेवा शुरू करने की योजना बना रही है। उसके बाद, बताया जाता है कि कपड़ों और इलेक्ट्रॉनिक्स का भी विस्तार करने की संभावना है। रिलायंस रिटेल के 19,000 से अधिक स्टोर इसमें योगदान देंगे।