नई दिल्ली: अनिल अंबानी की डिरेल हो चुकी गाड़ी अब पटरी पर आती नजर आ रही है. अनिल कभी दुनिया के छठे सबसे अमीर शख्स हुआ करते थे, लेकिन कोविड महामारी के दौरान उनको अपनी जिंदगी के सबसे बुरे दौर से गुजरना पड़ा. बता दें कि अनिल अंबानी मुकेश अंबानी के छोटे भाई है. अनिल अंबानी की जिंदगी को पटरी पर वापस लाने में उनकी मदद किसी और ने नहीं, बल्कि उनके दोनों बेटों ने की है.
जानकारी के मुताबिक अनिल के लिए पिछले कुछ समय में यह राहत वाली खबर सामने आई है. इन खबरों से ऐसा लग रहा है कि रिलायंस कैपिटल के मालिक अनिल अंबानी के अच्छे दिन लौट रहे हैं. अनिल के बेटे जय अनमोल अंबानी, जय अंशुल अंबानी के साथ-साथ बहू कृषा शाह भी परिवार को आगे ले जाने में मदद कर रही है.
पिछले कुछ दिनों में रिलांयस कैपिटल को निप्पॉन का निवेश मिलने के बाद रिलांयय पावर के कर्जमुक्त होने की खबर सामने आई. इसके बाद हाल ही में रिलांयस कैपिटल को 9861 करोड़ रुपये से खरीदने वाले हिंदुजा ग्रुप ने भी 2750 करोड़ एस्क्रो अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए है. इन खबरों से अनिल अंबानी की कंपनियों के मार्केट कैप पर भी असर देखने को मिल रहा है. कंपनी के शेयरों में तेजी आ रही है. अब अनिल अंबानी ने इंफ्रा सेक्टर में नई कंपनी भी शुरू कर दी है. इससे निवेशकों का भरोसा एक बार फिर से अनिल अंबानी की ओर बढ़ रहा है.
अनिल अंबानी के बेटे कर रहे मदद
2020 में महत्वपूर्ण वित्तीय चुनौतियों का सामना करने और दिवालिया घोषित होने के बावजूद, रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (RCL) अब पटरी पर आते दिख रही है. अनिल अंबानी के बड़े बेटे जय अनमोल अंबानी, जो पारिवारिक बिजनेस को फिर से जीवंत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है. अब अनुमानित कुल संपत्ति 3.3 बिलियन डॉलर (20,000 करोड़ रुपये से अधिक) है.
बता दें, जय अनमोल अंबानी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल से पूरी की, उसके बाद उन्होंने यूके के सेवनोक्स स्कूल से आगे की पढ़ाई की. उन्होंने वारविक बिजनेस स्कूल से विज्ञान स्नातक की डिग्री हासिल की.
रिलायंस कैपिटल के शेयरों में उछाल
जय अनमोल अंबानी रिलायंस म्यूचुअल फंड में मात्र 18 साल की उम्र में एक प्रशिक्षु के रूप में अपनी यात्रा शुरू की. 2016 में, वे रिलायंस कैपिटल के बोर्ड में अतिरिक्त निदेशक बने और एक साल के भीतर ही उन्हें कार्यकारी निदेशक के पद पर प्रमोट कर दिया गया. वे 2018 तक रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट और रिलायंस होम फाइनेंस के बोर्ड में शामिल हो गए थे.
जय अनमोल अंबानी की रणनीतिक सूझबूझ तब और भी बढ़ गई जब उन्होंने जापानी फर्म निप्पॉन से एक महत्वपूर्ण निवेश हासिल किया, जिससे रिलायंस कैपिटल के शेयर की कीमतों में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.