नई दिल्ली: मकान लेने या बनवाने से पहले हमेशा यह सवाल उठते हैं कि 15 से 20 साल का होम लोन लें या फिर निवेश या SIP आदि से पैसे जुटाकर खरीदें. इन दोनों ऑप्शन में क्या बेहतर है? इसको हम कैलकुलेशन से आसानी से समझ सकते हैं. मान लीजिए आप 50 लाख का मकान खरीदना चाहते हैं. 50 लाख का मकान खरीदने के लिए आपको 5 लाख रुपये डाउनपेमेंट करना होगा. इसके अलावा प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन और स्टॉम्प ड्यूटी भी चुकानी होगी. मकान खरीदने के साथ-साथ इंटीरियर डेकोरेशन, फर्निशिंग और भी अन्य खर्चे भी जोड़ लें . इन सबके लिए आपके पास अतिरिक्त 10 से 15 लाख रुपये होने चाहिए.
होम लोन पर लगने वाला ब्याज
आपको बता दें कि आज के समय में 50 लाख रुपये का घर लेने के लिए 5 लाख रुपये डाउनपेमेंट करना होता है. फिर आपको 45 लाख रुपये का होम लोन मिलेगा. इसके साथ ही होम लोन पर लगभग 9 फीसदी का ब्याज दर 15 साल के की मासिक EMI करीब 45,650 रुपये बनेगी. नियमों के मुताबिक कुल आपको 82 लाख 20 हजार रुपये चुकाने होंगे.
SIP करके डाउनपेमेंट जुटाएं
अगर आप इसको आसान बनाना चाहते हैं तो होम लोन लेने से 5 साल पहले ही तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. या ये भी कह सकते हैं कि होम लोन के डाउनपेमेंट और अन्य खर्चों के लिए 5 साल पहले से पैसे जुटाने की तैयारी शुरू कर सकते हैं. 5 साल तक 13,000 रुपये मासिक इक्किवटी म्यूचुअल फंड में निवेश करें. अनुमानित औसत 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से 5 साल बाद आपके पास 10.72 लाख रुपये जमा हो सकते हैं.
5 फीसदी सालाना की अनुमानित मूल्यवृद्धि से 50 लाख का मकान 15 साल बाद 1.04 करोड़ रुपये का हो जाएगा. 15 साल तक अगर 30,000 रुपये मासिक SIP करने पर सलाना 12 फीसदी अनुमानित रिटर्न से करीब 1.5 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं. इसमें 15 साल का किराया 38.84 लाख और 1.04 करोड़ का मकान यानी 1.42 करोड़ घटाने पर 8 लाख बचेंगे.
अगर आपका मासिक घर किराया 15 हजार रुपये है तो 30 हजार की SIP मिलाकर हर महीने करीब 45 हजार रुपये खर्च होंगे. यह होम लोन पर चुकाई जाने वाली EMI के बराबर है अनुमानित 5 फीसदी सलाना बढ़ोतरी के साथ 15 साल में आप 38.84 लाख रुपये किराया चुकाएंगे.