ETV Bharat / business

पहली तारीख को एक और झटका, महंगा हुआ लोन, बढ़ेगी आपकी EMI - PNB Hike Lending Rate

PNB Hike Lending Rate- पंजाब नेशनल बैंक ने एमसीएलआर में 0.05 फीसदी या 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर दी, जिससे अधिकांश उपभोक्ता लोन महंगे हो गए है. पढ़ें पूरी खबर...

PUNJAB NATIONAL BANK
पंजाब नेशनल बैंक (X- @pnbindia)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 1, 2024, 2:16 PM IST

Updated : Aug 1, 2024, 2:43 PM IST

नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक ने गुरुवार को सभी अवधि के लिए सीमांत लागत आधारित लोन रेट (एमसीएलआर) में 0.05 फीसदी या 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर दी, जिससे अधिकांश उपभोक्ता लोन महंगे हो गए है. नई दरें 1 अगस्त, 2024 से प्रभावी होंगी.

पीएनबी ने नियामकीय फाइलिंग में कहा कि एक साल की अवधि के लिए मानक एमसीएलआर, जिसका उपयोग ऑटो और व्यक्तिगत जैसे अधिकांश उपभोक्ता लोन के मूल्यांकन में किया जाता है, अब 8.90 फीसदी होगी, जो पहले 8.85 फीसदी थी.

  • बता दें कि तीन साल की एमसीएलआर 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी के साथ 9.20 फीसदी हो गई है.
  • एक महीने, तीन महीने और छह महीने की अवधि के लिए दरें 8.35 से 8.55 फीसदी के दायरे में होंगी.
  • ओवरनाइट अवधि के लिए एमसीएलआर 8.25 फीसदी के मुकाबले 8.30 प्रतिशत होगी.

बुधवार को, सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य लेंडर बैंक ऑफ इंडिया ने भी एक साल की अवधि के लिए एमसीएलआर में 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी करके इसे 8.95 फीसदी करने की घोषणा की. हालांकि, बचे अवधि के लिए दरें अपरिवर्तित रहीं.

एमसीएलआर क्या है?
भारत में व्यक्तियों और व्यवसायों के लिए उधार लेने की लागत निर्धारित करने में MCLR एक महत्वपूर्ण कारण है. MCLR अनिवार्य रूप से वह न्यूनतम ब्याज दर है जो बैंक किसी लोन पर वसूल सकता है. यह दर बैंक की निधियों की लागत, परिचालन लागत और एक निश्चित लाभ मार्जिन पर विचार करके निर्धारित की जाती है.

ये भी पढ़ें-

नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक ने गुरुवार को सभी अवधि के लिए सीमांत लागत आधारित लोन रेट (एमसीएलआर) में 0.05 फीसदी या 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर दी, जिससे अधिकांश उपभोक्ता लोन महंगे हो गए है. नई दरें 1 अगस्त, 2024 से प्रभावी होंगी.

पीएनबी ने नियामकीय फाइलिंग में कहा कि एक साल की अवधि के लिए मानक एमसीएलआर, जिसका उपयोग ऑटो और व्यक्तिगत जैसे अधिकांश उपभोक्ता लोन के मूल्यांकन में किया जाता है, अब 8.90 फीसदी होगी, जो पहले 8.85 फीसदी थी.

  • बता दें कि तीन साल की एमसीएलआर 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी के साथ 9.20 फीसदी हो गई है.
  • एक महीने, तीन महीने और छह महीने की अवधि के लिए दरें 8.35 से 8.55 फीसदी के दायरे में होंगी.
  • ओवरनाइट अवधि के लिए एमसीएलआर 8.25 फीसदी के मुकाबले 8.30 प्रतिशत होगी.

बुधवार को, सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य लेंडर बैंक ऑफ इंडिया ने भी एक साल की अवधि के लिए एमसीएलआर में 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी करके इसे 8.95 फीसदी करने की घोषणा की. हालांकि, बचे अवधि के लिए दरें अपरिवर्तित रहीं.

एमसीएलआर क्या है?
भारत में व्यक्तियों और व्यवसायों के लिए उधार लेने की लागत निर्धारित करने में MCLR एक महत्वपूर्ण कारण है. MCLR अनिवार्य रूप से वह न्यूनतम ब्याज दर है जो बैंक किसी लोन पर वसूल सकता है. यह दर बैंक की निधियों की लागत, परिचालन लागत और एक निश्चित लाभ मार्जिन पर विचार करके निर्धारित की जाती है.

ये भी पढ़ें-

Last Updated : Aug 1, 2024, 2:43 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.