नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकसभा चुनाव के बाद शेयर बाजार में तेजी की भविष्यवाणी सच साबित हुई है. 4 जून से अब तक सेंसेक्स में 5,000 से अधिक अंकों की तेजी आ चुकी है. 9 कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स और निफ्टी ने अब तक के रिकॉर्ड स्तर को छुआ है. इसी दौरान निवेशकों की संपत्ति 42.4 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 437.24 लाख करोड़ रुपये हो गई.
पीएम मोदी ने शेयर बाजार की कि थी भविष्यवाणी
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि चुनाव के बाद बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई को छूएगा. उन्होंने मीडिया से बातचीत में संकेत दिया कि बाजार नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छूएगा. उन्होंने कहा था कि आप देखेंगे कि 4 जून के एक सप्ताह के भीतर, जिस दिन चुनाव परिणाम घोषित होने हैं, बाजार निवेशक थक जाएंगे.
इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा कि निवेशकों को 4 जून से पहले खरीदारी करनी चाहिए क्योंकि बाजार में तेजी आएगी.
चुनावों के बाद पीएम का बयान बना मुद्दा
चुनावों के बाद प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के बयान राजनीतिक मुद्दा बन गए. क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि 4 जून की गिरावट जिसमें निवेशकों ने 31 लाख करोड़ रुपये गंवाए, वह बाजारों में हेरफेर के कारण हुआ. कांग्रेस ने संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) ने जांच की मांग की क्योंकि एग्जिट पोल के बाद 3 जून को सेंसेक्स रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था, लेकिन अगले दिन इसमें गिरावट आई.
मॉर्गन स्टेनली की भविष्यवाणी
इस बीच, मॉर्गन स्टेनली ने भविष्यवाणी की कि अगले 12 महीनों में सेंसेक्स 82,000 पर पहुंच जाएगा. मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि एनडीए के फिर से चुनाव जीतने से बाजार को मुख्य लाभ नीतिगत पूर्वानुमान है, जो आने वाले पांच वर्षों में विकास और इक्विटी रिटर्न को प्रभावित करेगा. हमारा मानना है कि सरकार नीति को सूचित करने के लिए मैक्रो स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगी.