नई दिल्ली: इस साल देश में स्मार्टफोन की कीमतें बढ़ सकती हैं. इससे कई भारतीय यूजर को झटका लग सकता है. क्योंकि मेमोरी की कीमतों में बढ़ोतरी और चीनी युआन की बेहतर स्थिति के कारण कीमतें बढ़ सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक DRAM (मेमोरी चिप) की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, कम से कम दो प्रमुख आपूर्तिकर्ता सैमसंग और माइक्रोन मार्च में कीमतों में 15 से 20 फीसदी की वृद्धि करना चाहते हैं. कीमतों में बढ़ोतरी से स्मार्टफोन और पीसी बाजारों में धीरे-धीरे सुधार के साथ-साथ एआई को तेजी से अपनाने के कारण हुई आपूर्ति बाधाओं के कारण हो सकती है.
स्मार्टफोन के कीमतों में बढ़ोतरी के आसार
रिपोर्ट के मुताबिक फरवरी के तीसरे सप्ताह से मार्च के पहले सप्ताह में उच्च मांग के कारण मेमोरी की कीमतों में 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद है. अगर ऐसा होता है, तो सभी को कीमतें बढ़ानी होंगी, लेकिन हालिया शुल्क कटौती हमें कुछ हद तक प्रभाव को कम करने में मदद कर सकती है.
रिपोर्ट के मुताबिक मेमोरी चिप्स की कीमत फरवरी के अंत या मार्च की शुरुआत तक लगभग 10 से 15 फीसदी बढ़ सकती है, लेकिन हालिया कर कटौती से भारत में मूल्य वृद्धि के प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है. हालंही में, केंद्र सरकार ने बैटरी कवर, मुख्य लेंस, बैक कवर, एंटीना, सिम सॉकेट और अन्य यांत्रिक वस्तुओं सहित मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग के लिए उपयोग किए जाने वाले प्रमुख घटकों पर आयात शुल्क कम करने का निर्णय लिया था.
मीडिया रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि ब्रांड अपने स्मार्टफोन की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं कर सकते हैं, बल्कि बजट स्मार्टफोन सेगमेंट में कम मेमोरी और स्टोरेज की पेशकश शुरू कर सकते हैं. इस कदम से मेमोरी चिप्स की लागत में वृद्धि से भारत में 5G तकनीक को अपनाने में भी देरी हो सकती है