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पेटीएम संकट के बीच मैक्वेरी ने घटाया टारगेट प्राइस, शेयरों में आई गिरावट

Paytm crisis- पेटीएम के शेयर मंगलवार को कारोबार के दौरान रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया, जब वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी ने नियामक जांच में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए नए जमाने के स्टॉक पर अपने 12 महीने के मूल्य लक्ष्य को कम कर दिया. पढ़ें पूरी खबर...

Paytm crisis (File Photo)
पेटीएम संकट (फाइल फोटो)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 13, 2024, 10:43 AM IST

नई दिल्ली: विदेशी ब्रोकिंग फर्म मैक्वेरी ने पेटीएम (वन97 कम्युनिकेशंस) को 'अंडरपरफॉर्म' रेटिंग में घटा दिया है. इसके साछ ही टारगेट प्राइस को 650 रुपये से घटाकर 275 रुपये कर दिया है. 275 रुपये पर, पेटीएम का मार्केट कैप घटकर लगभग 2.1 बिलियन डॉलर हो जाएगा.

वहीं, आज के कारोबार के दौरान स्टॉक एनएसई पर 6.89 फीसदी गिरकर 393.10 रुपये पर कारोबार कर रहे है. मैक्वेरी के लक्ष्य मूल्य में कटौती भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पिछले महीने वन97 कम्युनिकेशंस की सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबी) पर प्रतिबंध लगाने के बाद आई है. इसमें कहा गया है कि "लगातार गैर-अनुपालन और बैंक में निरंतर सामग्री सुपरवाइजर चिंताओं के कारण कार्रवाई जरूरी थी.

बता दें कि मैक्वेरी के विश्लेषक सुरेश गणपति ने हाल के आदेशों को डाउनग्रेड के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पेटीएम को ग्राहकों के पलायन का गंभीर खतरा है, जो इसके मुद्रीकरण और व्यापार मॉडल को काफी खतरे में डालता है.

पेटीएम पर की गई कार्रवाई
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पर पांबदी लगा दी है. आरबीआई ने 29 फरवरी 2024 के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक को जमा लेने, फास्टैग और क्रेडिट लेनदेन सहित लगभग सभी प्रमुख बैंकिंग सेवाओं की पेशकश करने से प्रतिबंधित करने का आदेश दिया है.

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नई दिल्ली: विदेशी ब्रोकिंग फर्म मैक्वेरी ने पेटीएम (वन97 कम्युनिकेशंस) को 'अंडरपरफॉर्म' रेटिंग में घटा दिया है. इसके साछ ही टारगेट प्राइस को 650 रुपये से घटाकर 275 रुपये कर दिया है. 275 रुपये पर, पेटीएम का मार्केट कैप घटकर लगभग 2.1 बिलियन डॉलर हो जाएगा.

वहीं, आज के कारोबार के दौरान स्टॉक एनएसई पर 6.89 फीसदी गिरकर 393.10 रुपये पर कारोबार कर रहे है. मैक्वेरी के लक्ष्य मूल्य में कटौती भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पिछले महीने वन97 कम्युनिकेशंस की सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबी) पर प्रतिबंध लगाने के बाद आई है. इसमें कहा गया है कि "लगातार गैर-अनुपालन और बैंक में निरंतर सामग्री सुपरवाइजर चिंताओं के कारण कार्रवाई जरूरी थी.

बता दें कि मैक्वेरी के विश्लेषक सुरेश गणपति ने हाल के आदेशों को डाउनग्रेड के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पेटीएम को ग्राहकों के पलायन का गंभीर खतरा है, जो इसके मुद्रीकरण और व्यापार मॉडल को काफी खतरे में डालता है.

पेटीएम पर की गई कार्रवाई
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पर पांबदी लगा दी है. आरबीआई ने 29 फरवरी 2024 के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक को जमा लेने, फास्टैग और क्रेडिट लेनदेन सहित लगभग सभी प्रमुख बैंकिंग सेवाओं की पेशकश करने से प्रतिबंधित करने का आदेश दिया है.

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