नई दिल्ली: पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के प्राइवेटाइजेशन को लेकर चल रही है. इसी बीच खबर आई है कि नेशनल असेंबली की विमानन संबंधी स्थायी समिति का प्राइवेटाइजेशन प्रोसेस लगभग पूरी हो चुकी है. आज जारी एक बयान के अनुसार, नागरिक विमानन प्राधिकरण (सीएए) वर्तमान में 43 हवाई अड्डों में से 22 का संचालन करता है. इनमें 13 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे शामिल हैं. कई वर्षों से विकास के लिए बजट की कमी का सामना करना पड़ रहा है.
पाकिस्तान मौसम विभाग
पाकिस्तान मौसम विभाग नए रडार और मौसम स्टेशनों की स्थापना के साथ अपनी मौसम निगरानी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए तैयार है. नियोजित अपग्रेड में क्वेटा, डेरा इस्माइल खान, चेरत, ग्वादर और लाहौर में पांच नए रडार, साथ ही तीन मोबाइल रडार और विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित 300 स्वचालित मौसम स्टेशन शामिल हैं. इन विकासों का उद्देश्य समग्र यात्रा अनुभव को बढ़ाना और पाकिस्तान में विमानन सुरक्षा में सुधार करना है.
समिति को यह भी बताया गया कि पाकिस्तान आपदा प्रबंधन (पीडीएम) एक किसान मोबाइल एप्लिकेशन विकसित कर रहा है जिसका उद्देश्य किसानों और अन्य राज्य विभागों को मौसम का पूर्वानुमान और बाढ़ की चेतावनी देना है.
पाकिस्तान एयरलाइंस में दिक्कते
इसके अतिरिक्त, समिति ने लाहौर के अल्लामा इकबाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान पार्किंग क्षेत्र में दरारों के बारे में चिंता व्यक्त की. इसके अलावा, समिति ने एयरो-मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति और पायलटों के लाइसेंस के बारे में चिंता व्यक्त की, संबंधित अधिकारियों से इन मामलों पर एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आग्रह किया.
प्राइवेटाइजेशन के 6 कंपनी हुए शॉर्टलिस्ट
प्राइवेटाइजेशन प्रॉसेस के लिए कुल छह कंपनियों को शॉर्टलिस्ट किया गया है. इन कंपनियों ने पीआईए के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी है. कंपनियों ने राष्ट्रीय एयरलाइन के वित्तीय मुद्दों की समीक्षा के लिए जुलाई तक का समय मांगा है. इससे पहले, सूत्रों ने कहा कि निजीकरण अगस्त 2024 की शुरुआत में होने की उम्मीद है,