मुंबई: आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तरनीक और एआई टूल के आने के आने से लोगों का काम आसान हो गया है तो वही कई नोकरियों के लिए यह खतरा बन कर उभरा है. हाल ही में ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने चुनाव, अर्थव्यवस्था और यहां तक कि आपकी नौकरियों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के प्रभाव पर बोला है. एआई- गलत सूचना के प्रसार और यह चुनावों को कैसे प्रभावित कर रहा है, इस बारे में बात करते हुए सैम ऑल्टमैन ने कहा कि अभी मैं जिस चीज के बारे में सबसे ज्यादा चिंतित हूं, वह है, सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन की गति और परिमाण, और उस पर क्या प्रभाव पड़ेगा.
सीईओ ने एआई और भू-राजनीति के बारे में ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूट पैनल के दौरान टिप्पणियां कीं और कहा कि अर्थव्यवस्था पर एआई के प्रभाव के बारे में चर्चा इस साल 2023 की तुलना में कम हो गई है, जिससे पता चलता है कि एआई के बारे में लोगों की चिंताओं को उतनी गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है जितना उन्हें लिया जाना चाहिए.
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के एक अध्ययन में पाया गया कि एआई अर्थव्यवस्थाओं" में लगभग 60 फीसदी नौकरियों को प्रभावित कर सकता है क्योंकि उनमें से लगभग आधी नौकरियां स्वचालित हो सकती हैं जिससे कम भर्ती के साथ-साथ कम वेतन भी हो सकता है. इससे पहले, सैम ऑल्टमैन ने मीडिया को एक बताया था कि वह चैटजीपीटी से थोड़ा डरे हुए है क्योंकि ओपनएआई का निर्माण कई नौकरियों को खत्म कर सकता है.