मुंबई: रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर और चेयरमैन नीता अंबानी रिलायंस-डिजनी विलय इकाई की अध्यक्ष बनेंगी. नीता अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और यूएस-आधारित वॉल्ट डिजनी कंपनी की मीडिया संपत्ति, वायाकॉम 18 और सोनी इंडिया के विलय पर गठित इकाई का नेतृत्व करने की संभावना है. मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक. बता दें कि नीता अंबानी के पति अरबपति और आरआईएल के अध्यक्ष मुकेश अंबानी हैं, जो दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक हैं. रिलायंस फाउंडेशन रिलायंस इंडस्ट्रीज की कई पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों में से एक है.
रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश-अमेरिकी व्यवसायी जेम्स मर्डोक और पूर्व-डिजनी शीर्ष कार्यकारी उदय शंकर के बीच एक ज्वाइंट वेंचर बोधि ट्री, विलय की गई इकाई में 9 फीसदी हिस्सेदारी रखेगा, जिसमें डिजनी की हिस्सेदारी लगभग 40 फीसदी और आरआईएल की शेष 51 फीसदी हिस्सेदारी होगी. इसके अलावा, बोधि ट्री के प्रमोटर शंकर, वायाकॉम18-सोनी इंडिया संयुक्त एंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष होने की संभावना है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि योजनाएं बदल सकती हैं, लेकिन सौदे पर आधिकारिक घोषणा बुधवार को होने की संभावना है.
विलय पर आरआईएल ने क्या कहा?
इस बीच, मंगलवार को मुंबई स्थित ऑयल-टू-रिटेल समूह आरआईएल ने दोनों पक्षों के बीच विलय समझौते पर हस्ताक्षर होने की रिपोर्ट पर एक बयान जारी किया. आरआईएल ने कहा कि हम स्पष्ट करना चाहेंगे कि हम मीडिया पर टिप्पणी करने में असमर्थ हैं. अटकलें और ऐसा करना हमारे लिए अनुचित होगा.