नई दिल्ली: Jio फाइनेंशियल सर्विसेज (JFS) रिलायंस इंडस्ट्रीज की खुदरा शाखा से 360 बिलियन रुपये (4.33 बिलियन डॉलर) के इकपमेंट खरीदने के लिए अपनी यूनिट के लिए शेयरधारक की मंजूरी मांग रही है. क्योंकि फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर डिवाइस लीजिंग बिजनेस में एंट्री करने की योजना बना रही है. पोस्टल बैलट नोटिस में इस बात की जानकारी दी है.
प्रस्तावित डील के तहत, जियो लीजिंग सर्विसेज नामक जेएफएस यूनिट टेलीकॉम इक्विपमेंट और डिवाइस खरीदेगी जिसमें आमतौर पर राउटर और सेल फोन शामिल होते हैं.
वित्तीय सेवा कंपनी ने आगे कहा कि JFS की सहायक कंपनी अपने द्वारा खरीदे गए इकपमेंट को रिलायंस जियो इन्फोकॉम - रिलायंस की दूरसंचार शाखा - के ग्राहकों को किराए पर देगी.
पिछले साल अरबपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह से बनी जियो फाइनेंशियल ने अपनी आय निवेशक प्रस्तुति में कहा था कि वह जियो इन्फोकॉम की एयरफाइबर वाईफाई सेवाओं, फोन और लैपटॉप सहित अन्य उत्पादों को लीज पर देगी. यह कंपनी डिवाइस-रेंटल मार्केट में हेवलेट पैकार्ड और लेनोवो जैसी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगी.
नोटिस में प्रस्तावित वस्तुओं पर मतदान 22 जून को समाप्त होगा. यह डील वित्तीय वर्ष 2025 और 2026 में होने की उम्मीद है.
आरआरएल इक्विपमेंट और संबंधित इक्विपमेंट से निपटने के बिजनेस में है. जेएलएसएल आरआरएल से ग्राहक परिसर इक्विपमेंट और दूरसंचार उपकरण खरीदेगा, जो जेएलएसएल द्वारा रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के ग्राहकों को परिचालन लीज पर दिया जाएगा.