नई दिल्ली: इंफोसिस के शेयरों में आज (1 अगस्त) लगभग 1 प्रतिशत की गिरावट आई है. आईटी दिग्गज को 32,000 करोड़ रुपये की कर चोरी का हवाला देते हुए जीएसटी नोटिस मिला है. कंपनी ने नोटिस का खंडन किया है. इस खबर के बाद इन्फोसिस में गिरावट दर्ज की जा रही है.
इंफोसिस पर टैक्स चोरी के किस नोटिस का उल्लेख किया गया?
जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय ने कहा कि इंफोसिस 2017-18 (जुलाई 2017 से) से 2021-22 की अवधि के लिए भारत के बाहर स्थित शाखाओं से प्राप्त 32,403.46 करोड़ रुपये की आपूर्ति पर रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म के तहत आईजीएसटी का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी है.
टैक्स चोरी के नोटिस पर इंफोसिस ने क्या कहा?
इंफोसिस ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि डीजीजीआई द्वारा दावा किए गए खर्चों पर जीएसटी लागू नहीं है. कंपनी ने कहा कि उसने सभी बकाया राशि का भुगतान कर दिया है. इस मामले में केंद्र और राज्य के नियमों का पूरी तरह से पालन कर रही है.
बता दें कि कर्नाटक राज्य जीएसटी अधिकारियों ने इंफोसिस लिमिटेड के विदेशी शाखा कार्यालयों द्वारा किए गए खर्चों के लिए जुलाई 2017 से मार्च 2022 की अवधि के लिए 32,403 करोड़ रुपये के जीएसटी के भुगतान के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. कंपनी ने कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया है. समाचार लेखों के प्रकाशन के बाद कंपनी को इसी मामले पर जीएसटी इंटेलिजेंस के महानिदेशक से कारण बताओ नोटिस भी मिला है. कंपनी ने अपने बयान में कहा कि कंपनी इसका जवाब देने की प्रक्रिया में है.