नई दिल्ली: नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (एनएसओ) द्वारा जारी रोजगार-बेरोजगारी संकेतक रिपोर्ट से पता चला है कि भारत की बेरोजगारी दर पिछले वर्ष के 3.6 फीसदी से घटकर 2023 में 3.1 फीसदी हो गई है. जो श्रम बाजारों में निरंतर सुधार को दिखाती है. वर्ष 2023 (CY23) के दौरान, ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बेरोजगारी दर घटकर क्रमश- 2.4 फीसदी और 5.2 फीसदी हो गई, जो 2022 में 2.8 फीसदी और 5.9 फीसदी थी.
साल 2023 में ग्रामीण महिलाओं के लिए बेरोजगारी दर (1.9 फीसदी) ग्रामीण पुरुषों (2.7 फीसदी) की तुलना में कम थी, जबकि शहरी क्षेत्रों में, पुरुषों (4.4 फीसदी) की तुलना में महिलाओं (7.5 फीसदी) की दर अधिक थी. एक वर्ष की अवधि के दौरान 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए तथाकथित 'सामान्य स्थिति' के तहत बेरोजगारी दर में 2021 के बाद से लगातार दूसरे वर्ष गिरावट देखी गई है जब एनएसओ रिपोर्ट ने वार्षिक आधार पर डेटा सूचीबद्ध करना शुरू किया था.
आमतौर पर, एनएसओ द्वारा एनुअल पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे जुलाई और जून के बीच देश में रोजगार और बेरोजगारी की स्थिति से संबंधित डेटा जमा करता है. लेटेस्ट एनएसओ रिपोर्ट में, एक कैलेंडर वर्ष के लिए श्रम बल संकेतक कैलेंडर वर्ष की चार तिमाहियों के आंकड़ों को मिलाकर प्राप्त किए गए हैं, क्योंकि एक वर्ष की जुलाई से अगले जून की अवधि के दौरान पहले चरण की इकाइयों के नमूने लिए गए थे. सर्वेक्षण शुरू होने से पहले प्रत्येक तिमाही के लिए स्वतंत्र रूप से तैयार किया जाता है.