नई दिल्ली: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बीते सप्ताह में बढ़ोतरी हुई है. पहली बार अपना भंडार 700 अरब डॉलर के पार ता गया है. भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार 7वें सप्ताह बढ़ोतरी हुई है. पाकिस्तान के मुद्रा भंडार में भी खूब बढ़ोतरी हुई है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार सितंबर 2024 में पहली बार 700 बिलियन डॉलर का आंकड़ा पार कर गया.
वर्तमान में 704.885 बिलियन डॉलर का भंडार पिछले सप्ताह से 12.588 बिलियन डॉलर बढ़ा है. मार्च 2024 के अंत से 58.466 बिलियन डॉलर बढ़ा है, और पिछले वर्ष की इसी अवधि से 117.977 बिलियन डॉलर बढ़ा है.
पहली बार विदेशी मुद्रा भंडार 700 बिलियन डॉलर
इसके साथ ही भारत, विदेशी मुद्रा भंडार में 700 बिलियन डॉलर को पार करने वाला पूरी दुनिया का चौथा देश बन गया है. चीन, जापान और स्विटजरलैंड वर्तमान में भारत से आगे हैं.
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में इतनी वृद्धि किस कारण से हुई?
भंडार में यह वृद्धि कई कारकों के कारण हुई है, जिसमें इस वर्ष अब तक 30 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश शामिल है. इसका मुख्य कारण एक महत्वपूर्ण जेपी मॉर्गन इंडेक्स में शामिल किए जाने के बाद स्थानीय बॉन्ड में निवेश है.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी बार-बार एक बड़ा विदेशी मुद्रा बफर बनाने की आवश्यकता का उल्लेख किया है, जो उच्च बाजार अस्थिरता की अवधि के दौरान जीवनरक्षक हो सकता है. बैंक ऑफ अमेरिका ने पहले ही अनुमान लगाया था कि मार्च 2026 तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 745 बिलियन डॉलर तक बढ़ सकता है.