मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को 8 फरवरी को अपनी मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में अपनी प्रमुख नीति दर को 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा. यह लगातार छठी बार है कि केंद्रीय बैंक ने यथास्थिति बनाए रखी है.
- गवर्नर ने ब्रीफिंग में कहा कि खाद्य कीमतों में अनिश्चितता का मुख्य मुद्रास्फीति पर प्रभाव जारी है. घरेलू गतिविधियों में गति मजबूत बनी हुई है.
- आरबीआई गवर्नर ने मुद्रास्फीति को 4 फीसदी तक कम करने की बात कही हैं. गवर्नर का कहना है कि मुद्रास्फीति को 4 फीसदी के लक्ष्य तक लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
- आरबीआई गवर्नर का कहना है कि ग्राहक लोन की अन्य फीस को ब्याज दरों में जोड़ा जाएगा
- आरबीआई गवर्नर ने कहा कि आधार सक्षम पेमेंट सिस्टम सेवा प्रोवाइडर को शामिल करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने का प्रस्ताव है.
- RBI गवर्नर ने कहा कि FY24 और FY25 के लिए चालू खाता घाटा मैनेजेबल है. विदेशी मुद्रा भंडार वर्तमान में 622.5 बिलियन डॉलर है.
- आरबीआई इलेक्ट्रॉनिक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के लिए संशोधित रेगुलेटरी फ्रेमवर्क जारी करेगा.
- आरबीआई गवर्नर का कहना है कि 2024 में रुपये में सबसे कम अस्थिरता देखी गई.
- फूड आइटम की कीमतों में वृद्धि की चिंताओं, हालिया मंदी के बीच कच्चे तेल की लागत को लेकर अनिश्चितता और मुद्रास्फीति पर मांग का दबाव पैदा करने वाली घरेलू विकास गति की संभावनाओं के बावजूद, आरबीआई ने इस वित्तीय वर्ष के लिए मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.4 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है.
- आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जियोपॉलिटिकल तनाव बढ़ने से सप्लाई चेन बाधित हो रही है जिससे मुद्रास्फीति की समस्या पैदा हो रही है.
- आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि घरेलू आर्थिक गतिविधि मजबूत बनी हुई है.
- आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आने वाले वर्षों में केंद्र और राज्य सरकारों का कर्ज कम होने की उम्मीद है.
- शक्तिकांत दास ने कहा कि बढ़ा हुआ कर्ज कई देशों में गंभीर चिंता पैदा कर रहा है, इसका असर भविष्य की वैश्विक फाइनेंशियल सिस्टम पर पड़ेगा.
- इसके साथ ही आरबीआई ने छठी बार नीतिगत दर में यथास्थिति बरकरार रखी है.