नई दिल्ली: वैश्विक ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि भारत मध्यम अवधि में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की ओर अग्रसर है. ब्रोकरेज फर्म ने हाल ही में एक नोट में कहा कि एक दशक के लंबे डाउनसाइकिल के बाद पिछले कुछ वर्षों में भारत की आय स्थिर होने लगी है.
ब्रोकरेज ने कहा कि मीड-टीन प्रॉफिट बढ़ोतरी गति 2030 तक कायम रह सकती है. क्योंकि निफ्टी की टोटल इनकम बढ़ोतरी और बाजार पूंजीकरण दोनों ने पिछले पांच वर्षों में 18 फीसदी सीएजीआर हासिल किया है.
इसके कारण, प्रॉफिट पूल निवेश साइक्लिक क्षेत्रों की ओर ट्रांसफर होने की संभावना है, जिसमें ऑटो, रियल एस्टेट, केमिकल और औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं. इससे लाभ हिस्सेदारी में सबसे बड़ी वृद्धि देखी जा सकती है और ब्रोकरेज ने कहा कि उपभोक्ता साइक्लिक क्षेत्रों में सबसे अधिक वृद्धि देखी जा सकती है.
- इस बीच, मूडीज एनालिटिक्स ने कहा है कि इस वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 25) में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.1 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है.
ब्रोकरेज ने 20 शेयरों पर 'खरीदें' कॉल जारी की
गोल्डमैन सैक्स ने आरआईएल, एलएंडटी, एनटीपीसी, एमएंडएम, अल्ट्राटेक, पावर ग्रिड, अडाणी पोर्ट्स, इंडिगो, आयशर मोटर्स, हैवेल्स, पॉलीकैब, अशोक लीलैंड, फीनिक्स मिल्स, ऊनो मिंडा, हिताची एनर्जी, एस्ट्रल, एम्बेसी आरईआईटी, कजारिया सेरामिक्स, ब्लू डार्ट और एम्बर एंटरप्राइजेज को खरीदें कॉल दिया है.