नई दिल्ली: रिटायरमेंट के बाद स्थिर इनकम की योजना बनाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. हालांकि, वर्किंग दिनों के दौरान स्मार्ट निवेश केज जरिए आय का एक विश्वसनीय सोर्स भविष्य के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है. इसके लिए एक विकल्प वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) है, जो डाकघर के माध्यम से उपलब्ध है और यह सरकार समर्थित बचत योजना है.
SCSS उन रिटायर लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प है, जो मासिक आय जनरेट न करने के लिए एक सुरक्षित और विश्वसनीय तरीका खोज रहे हैं, जो रिटायरमेंट को अधिक आरामदायक और वित्तीय रूप से स्थिर बनाने में मदद करता है.
कितना मिलता है ब्याज?
SCSS को विशेष रूप से सीनियर सिटीजन के लिए डिजाइन किया गया है. यह स्कीम 5 साल की मैच्योरिटी पीरियड के साथ 8.2 प्रतिशत की आकर्षक ब्याज दर प्रदान करती है. यह स्कीम 60 साल और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों को एकमुश्त राशि निवेश करने की अनुमति देती है. इसके जरिए प्रति माह 20,500 रुपये तक ब्याज मिल सकता है.
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम के तहत रिटर्न
अगर आप SCSS में अधिकतम अनुमत राशि 30 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो आप लगभग 2,46,000 रुपये का वार्षिक ब्याज कमा सकते हैं. मासिक भुगतान में विभाजित करने पर यह लगभग 20,500 रुपये प्रति माह होता है, जो एक स्थिर इनकम प्रदान करता है.
डाकघर में खुलवाएं खाता
यहां तक कि 55 से 60 वर्ष की आयु के बीच स्वैच्छिक रिटायरमेंट का विकल्प चुनने वाले लोग भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. पात्र व्यक्ति SCSS अकाउंट खोलने के लिए अपने निकटतम डाकघर में जा सकते हैं. गौरतलब है कि इस योजना के माध्यम से अर्जित आय टैक्सेबल है, इसलिए अपने वित्त की योजना बनाते समय टैक्स का ध्यान रखें.
नोट: (यह जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है. इसे किसी भी निवेश सलाह के रूप में नहीं मानें. पाठको को सुझाव है कि वे पैसे से संबंधित कोई भी निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से परामर्श करें.)
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