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बैंक अकाउंट नहीं...अब खोलें डीमैट अकाउंट...एक नहीं अनेक फायदे होंगे, जानें ओपन करने का तरीका - How to open Demat account

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 28, 2024, 3:47 PM IST

Updated : Aug 29, 2024, 1:12 PM IST

How to open Demat account- शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड या सरकारी प्रतिभूतियों और बॉन्ड में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट का होना जरुरी है. इसके लिए आपको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है, बल्कि घर बैठे ही डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं. इस अकाउंट को खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड, आधार नंबर और बैंक अकाउंट का होना जरूरी है. क्या है पूरी प्रक्रिया, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.

How to open Demat account
डीमैट अकाउंट (प्रतीकात्मक फोटो) (Canva)

नई दिल्ली : कोविड के बाद शेयर बाजार को लेकर आम लोगों के बीच जागरूकता बढ़ी है. कुछ लोग शेयर बाजार में सीधे निवेश करते हैं, जबकि कुछ लोग मूचुअल फंड के जरिए निवेश करते हैं. निवेश करने के आप जो भी तरीके चुनते हों, आपके पास डीमैट अकाउंट का होना जरूरी है. बिना डीमैट अकाउंट के आप शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकते हैं. आज हम इस खबर के माध्यम से बताएंगे कि डीमैट अकाउंट कैसे खोलें और इसकी प्रक्रिया क्या है.

क्योंकि अब सारी प्रक्रियाएं ऑनलाइन है, लिहाजा आपको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है. आप घर बैठे ही अकाउंट खोल सकते हैं. सबसे पहले आपको किस न किसी ब्रोकरेज फर्म के ऐप को डाउनलोग करना होगा. हम यहां पर कुछ ब्रोकरेज फर्म के नाम दे रहे हैं, ये नाम सिर्फ उदाहरण के लिए दिए जा रहे हैं. आप अपना रिसर्च करके ब्रोकरेज फर्म को चुनें. ये नाम हैं- ग्रो ऐप, जेरोधा ऐप, एंजल वन ऐप, कोटक सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, अप स्टॉक, 5पैसा, एचडीएफसी सिक्योरिटीज वगैरह.

  1. ब्रोकरेज फर्म की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जाएं- एक बार जब आप ब्रोकरेज फर्म चुन लें, तो उनकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं या संबंधित ऐप स्टोर से उनका मोबाइल ऐप डाउनलोड करें.
  2. अकाउंट ओपन करना शुरू करें- वेबसाइट या ऐप पर डीमैट खाता खोलने का ऑप्शन देखें और प्रोसेस शुरू करने के लिए उस पर क्लिक करें.
  3. ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरें- आपको एक ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म के लिए निर्देशित किया जाएगा जहां आपको अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर, ई मेल, पैन कार्ड नंबर, आधार कार्ड नंबर और अन्य जानकारी जैसे पर्सनल डिटेल्स देने होंगे.
  4. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें- पैन कार्ड और आधार कार्ड अपलोड करना होगा. आधार कार्ड के वैरिफेशन के लिए आपको ओटीपी भेजा जाएगा.
  5. समीक्षा करें और वैरिफाई करें- ऑनलाइन आवेदन पत्र में दी गई जानकारी की फिर से समीक्षा करें और उसकी सटीकता सुनिश्चित करें. वैरिफाई करने के लिए आगे बढ़ने से पहले सभी डिटेल्स को दोबारा चेक करें.
  6. वैरिफिकेशन प्रोसेस- आवेदन जमा करने के बाद ब्रोकरेज फर्म वैरिफाई प्रॉसेस शुरू करेगी. उसके बाद आपको ऑनलाइन ही केवाईसी फॉर्म भरना होगा. इस प्रक्रिया में आपको पैन, आधार और बैंक अकाउंट का डीटेल देना होगा. जिस बैंक अकाउंट के जरिए आप लेन-देन करेंगे, उसी अकाउंट का नंबर दें.
  7. वैरिफिकेशन और लॉगिन क्रेडेंशियल प्राप्त करें- सारी प्रक्रियाओं के पूरी होने के 24 घंटे के भीतर ब्रोकरेज फर्म आपके आवेदन को सत्यापित कर देता है. आवेदन सफलतापूर्वक सत्यापित हो जाता है, तो आपको अपने डीमैट खाता खोलने की पुष्टि प्राप्त होगी. इसके अलावा, आपको अपने डीमैट खाते तक ऑनलाइन पहुंचने के लिए लॉगिन क्रेडेंशियल (जैसे उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड) दिया जाएगा. यह आपके रजिस्टर्ड ई-मेल पर भेजा जाएगा.
  8. इसके बाद ट्रेडिंग शुरू करें- आपका डीमैट खाता सफलतापूर्वक खुलने के बाद, अब आप शेयर बाजार में व्यापार शुरू करने के लिए तैयार हैं.
  9. अपना खाता सुरक्षित रखें- अपने पासवर्ड को नियमित रूप से अपडेट करके, टू-स्टेप ऑथेंसिटी सक्षम करके और फिशिंग प्रयासों या ऑथराइज्ड पहुंच से सावधान रहकर अपने डीमैट अकाउंट की सुरक्षा सुनिश्चित करें.

क्या होती है डिपॉजिटरी, यहां सुरक्षित रहता है डीमैट

आपको यह भी जानना जरूरी है कि डीमैट अकाउंट में आपके शेयर सर्टिफिकेट सुरक्षित रहते हैं. क्योंकि शेयरों की खरीदारी ऑनलाइन होती है, लिहाजा आपके डीमैट अकाउंट में ऑनलाइन सर्टिफिकेट जमा रहता है. डीमैट अकाउंट का सारा ब्यौरा डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट CDSL और NSDL में जमा रहता है.

अगर किसी भी कारण से ब्रोकरेज ऐप बंद हो गया, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है. आपकी सारी जानकारी और शेयर सर्टिफिकेट सीडीएसएल और एनएसडीएल के पास सुरक्षित रहती है. सीडीएसएल और एनएसडीएल शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों और ब्रोकरेज फर्म के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाता है. यह शेयरों, बांडों, म्यूचुअल फंडों, और डिबेंचर को सुरक्षित और डी-मैटरियलाइज़्ड फॉर्म में रखता है.

जिस तरह से बैंक अकाउंट खोलने के बाद उसमें पैसों का जमा करना जरूरी होता है, उसी तरह से डीमैट अकाउंट खोलने के बाद कारोबार करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट का होना जरूरी होता है. डीमैट अकाउंट खोलने के बाद ट्रेडिंग अकाउंट खोलना जरूरी है. क्योंकि डीमैट के जरिए आप सारी जानकारी जमा कर चुके होते हैं, लिहाजा ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए अलग से कोई दस्तावेज जमा नहीं करने होते हैं. हां, ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के समय कुछ ब्रोकरेज फर्म शुल्क वसूलते हैं.

आपको वार्षिक रखरखाव शुल्क, कस्टोडियन शुल्क, लेनदेन शुल्क और डीमटेरियलाइजेशन शुल्क भी देना होगा. चूंकि ये शुल्क बहुत ज्यादा हो सकते हैं. इसलिए ऐसा ब्रोकर या फर्म चुनना जरूरी है जो आपके बजट में फिट हो और आपकी जरूरतों को पूरा करे.

ट्रेडिंग अकाउंट के लिए 3 मुख्य प्रकार के शुल्क हैं

  • अकाउंट खोलने का शुल्क
  • वार्षिक रखरखाव शुल्क
  • लेनदेन शुल्क

निष्कर्ष
हर निवेशक के लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी है. इन दिनों, दोनों अकाउंट ऑनलाइन खोलना बेहद सुरक्षित और आसान है. साथ ही अपनी जरूरतों के हिसाब से सही ब्रोकर ढूंढना भी आसान है.

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नई दिल्ली : कोविड के बाद शेयर बाजार को लेकर आम लोगों के बीच जागरूकता बढ़ी है. कुछ लोग शेयर बाजार में सीधे निवेश करते हैं, जबकि कुछ लोग मूचुअल फंड के जरिए निवेश करते हैं. निवेश करने के आप जो भी तरीके चुनते हों, आपके पास डीमैट अकाउंट का होना जरूरी है. बिना डीमैट अकाउंट के आप शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकते हैं. आज हम इस खबर के माध्यम से बताएंगे कि डीमैट अकाउंट कैसे खोलें और इसकी प्रक्रिया क्या है.

क्योंकि अब सारी प्रक्रियाएं ऑनलाइन है, लिहाजा आपको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है. आप घर बैठे ही अकाउंट खोल सकते हैं. सबसे पहले आपको किस न किसी ब्रोकरेज फर्म के ऐप को डाउनलोग करना होगा. हम यहां पर कुछ ब्रोकरेज फर्म के नाम दे रहे हैं, ये नाम सिर्फ उदाहरण के लिए दिए जा रहे हैं. आप अपना रिसर्च करके ब्रोकरेज फर्म को चुनें. ये नाम हैं- ग्रो ऐप, जेरोधा ऐप, एंजल वन ऐप, कोटक सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, अप स्टॉक, 5पैसा, एचडीएफसी सिक्योरिटीज वगैरह.

  1. ब्रोकरेज फर्म की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जाएं- एक बार जब आप ब्रोकरेज फर्म चुन लें, तो उनकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं या संबंधित ऐप स्टोर से उनका मोबाइल ऐप डाउनलोड करें.
  2. अकाउंट ओपन करना शुरू करें- वेबसाइट या ऐप पर डीमैट खाता खोलने का ऑप्शन देखें और प्रोसेस शुरू करने के लिए उस पर क्लिक करें.
  3. ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरें- आपको एक ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म के लिए निर्देशित किया जाएगा जहां आपको अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर, ई मेल, पैन कार्ड नंबर, आधार कार्ड नंबर और अन्य जानकारी जैसे पर्सनल डिटेल्स देने होंगे.
  4. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें- पैन कार्ड और आधार कार्ड अपलोड करना होगा. आधार कार्ड के वैरिफेशन के लिए आपको ओटीपी भेजा जाएगा.
  5. समीक्षा करें और वैरिफाई करें- ऑनलाइन आवेदन पत्र में दी गई जानकारी की फिर से समीक्षा करें और उसकी सटीकता सुनिश्चित करें. वैरिफाई करने के लिए आगे बढ़ने से पहले सभी डिटेल्स को दोबारा चेक करें.
  6. वैरिफिकेशन प्रोसेस- आवेदन जमा करने के बाद ब्रोकरेज फर्म वैरिफाई प्रॉसेस शुरू करेगी. उसके बाद आपको ऑनलाइन ही केवाईसी फॉर्म भरना होगा. इस प्रक्रिया में आपको पैन, आधार और बैंक अकाउंट का डीटेल देना होगा. जिस बैंक अकाउंट के जरिए आप लेन-देन करेंगे, उसी अकाउंट का नंबर दें.
  7. वैरिफिकेशन और लॉगिन क्रेडेंशियल प्राप्त करें- सारी प्रक्रियाओं के पूरी होने के 24 घंटे के भीतर ब्रोकरेज फर्म आपके आवेदन को सत्यापित कर देता है. आवेदन सफलतापूर्वक सत्यापित हो जाता है, तो आपको अपने डीमैट खाता खोलने की पुष्टि प्राप्त होगी. इसके अलावा, आपको अपने डीमैट खाते तक ऑनलाइन पहुंचने के लिए लॉगिन क्रेडेंशियल (जैसे उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड) दिया जाएगा. यह आपके रजिस्टर्ड ई-मेल पर भेजा जाएगा.
  8. इसके बाद ट्रेडिंग शुरू करें- आपका डीमैट खाता सफलतापूर्वक खुलने के बाद, अब आप शेयर बाजार में व्यापार शुरू करने के लिए तैयार हैं.
  9. अपना खाता सुरक्षित रखें- अपने पासवर्ड को नियमित रूप से अपडेट करके, टू-स्टेप ऑथेंसिटी सक्षम करके और फिशिंग प्रयासों या ऑथराइज्ड पहुंच से सावधान रहकर अपने डीमैट अकाउंट की सुरक्षा सुनिश्चित करें.

क्या होती है डिपॉजिटरी, यहां सुरक्षित रहता है डीमैट

आपको यह भी जानना जरूरी है कि डीमैट अकाउंट में आपके शेयर सर्टिफिकेट सुरक्षित रहते हैं. क्योंकि शेयरों की खरीदारी ऑनलाइन होती है, लिहाजा आपके डीमैट अकाउंट में ऑनलाइन सर्टिफिकेट जमा रहता है. डीमैट अकाउंट का सारा ब्यौरा डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट CDSL और NSDL में जमा रहता है.

अगर किसी भी कारण से ब्रोकरेज ऐप बंद हो गया, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है. आपकी सारी जानकारी और शेयर सर्टिफिकेट सीडीएसएल और एनएसडीएल के पास सुरक्षित रहती है. सीडीएसएल और एनएसडीएल शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों और ब्रोकरेज फर्म के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाता है. यह शेयरों, बांडों, म्यूचुअल फंडों, और डिबेंचर को सुरक्षित और डी-मैटरियलाइज़्ड फॉर्म में रखता है.

जिस तरह से बैंक अकाउंट खोलने के बाद उसमें पैसों का जमा करना जरूरी होता है, उसी तरह से डीमैट अकाउंट खोलने के बाद कारोबार करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट का होना जरूरी होता है. डीमैट अकाउंट खोलने के बाद ट्रेडिंग अकाउंट खोलना जरूरी है. क्योंकि डीमैट के जरिए आप सारी जानकारी जमा कर चुके होते हैं, लिहाजा ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए अलग से कोई दस्तावेज जमा नहीं करने होते हैं. हां, ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के समय कुछ ब्रोकरेज फर्म शुल्क वसूलते हैं.

आपको वार्षिक रखरखाव शुल्क, कस्टोडियन शुल्क, लेनदेन शुल्क और डीमटेरियलाइजेशन शुल्क भी देना होगा. चूंकि ये शुल्क बहुत ज्यादा हो सकते हैं. इसलिए ऐसा ब्रोकर या फर्म चुनना जरूरी है जो आपके बजट में फिट हो और आपकी जरूरतों को पूरा करे.

ट्रेडिंग अकाउंट के लिए 3 मुख्य प्रकार के शुल्क हैं

  • अकाउंट खोलने का शुल्क
  • वार्षिक रखरखाव शुल्क
  • लेनदेन शुल्क

निष्कर्ष
हर निवेशक के लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी है. इन दिनों, दोनों अकाउंट ऑनलाइन खोलना बेहद सुरक्षित और आसान है. साथ ही अपनी जरूरतों के हिसाब से सही ब्रोकर ढूंढना भी आसान है.

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Last Updated : Aug 29, 2024, 1:12 PM IST
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