मुंबई: भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली के कारण निवेशकों को भारी नुकसान हुआ. इससे मंगलवार, 4 जून को इंट्राडे ट्रेड में उनकी संपत्ति लगभग 26 लाख करोड़ रुपये कम हो गई. बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण (एमकैप) पिछले सत्र के बंद के लगभग 426 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले मंगलवार को 400 लाख करोड़ रुपये पर आ गए.
शेयर बाजार में आए भूचाल पर सीपीआई(एम) महासचिव सीताराम येचुरी ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि शेयर बाजार को प्रभावित करने के लिए एग्जिट पोल किया गया था और जो लोग कल शेयर बाजार में पैसा बनाना चाहते थे, उन्होंने पैसा बनाया. अब सच्चाई आपके सामने आ रही है. अब पूरे नतीजे आने दीजिए, उसके बाद हम आपको बताएंगे...भारत गठबंधन अच्छा प्रदर्शन कर रहा है.
बाजार में क्यों आई गिरावट?
भारतीय शेयर बाजार में कुल मिलाकर तेज बिकवाली देखी गई, जब शुरुआती रुझानों से पता चला कि चुनाव परिणाम एक्जिट पोल की भविष्यवाणी से अधिक कठिन हो सकते हैं. सभी सेक्टोरल इंडेक्स कैपिटल गुड्स, ऑयल एंड जीए, पावर, पीएसयू बैंक के साथ 10 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में 6 फीसदी की गिरावट आई. भारतीय शेयर बाजार में यह तेज गिरावट मुख्य रूप से लोकसभा चुनाव के नतीजों के शुरुआती निराशाजनक रुझानों के कारण है. यह रुझान एग्जिट पोल के अनुरूप नहीं है. इससे बाजार में थोड़ी घबराहट पैदा हुई है.