हैदराबादः केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का तीसरा बजट सदन में पेश हो चुका है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश की. इस दौरान शहरी इलाके में आम लोगों की सुविधा व स्ट्रीट वेंडरों के लिए व्यापार के बेहतर वातावरण व सुविधा देने पर फोकस किया गया है. इसके तहत पीएम स्वनिधि योजना से भारतीय स्ट्रीट मार्केट स्थापित किया जायेगा.
केंद्रीय बजट 2024-25 प्रस्ताव:
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) July 23, 2024
✅ 30 लाख से अधिक आबादी वाले 14 बड़े शहरों में ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट योजनाएं होंगी
✅ 1 करोड़ शहरी गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को #PMWasYojana शहरी 2.0 के तहत कवर किया जाएगा
✅ चुनिंदा शहरों में 100 साप्ताहिक 'हाट' या स्ट्रीट फूड हब… pic.twitter.com/2JUigm2SA6
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान 5 साल में 100 भारतीय स्ट्रीट मार्केट खोले जाने की घोषणा की है. अर्थात सालाना 20-20 भारतीय स्ट्रीट मार्केट खोला जायेगा. चयनित शहरों में स्ट्रीट मार्केट में आधारभूत संरचाओं का विकास किया जायेगा. इससे स्ट्रीट वेंडरों को फायदा होगा. साथ ही शहरी इलाके में आम लोगों की सुविधा के नये हाट खुलने से स्ट्रीट वेंडरों के लिए नये अवसर पैदा होगा.
भारतीय स्ट्रीट मार्केट्स का विकास🔆
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) July 23, 2024
पीएम स्वनिधि योजना की सफलता के आधार पर, स्ट्रीट वेंडर्स के जीवन में बदलाव लाते हुए, सरकार एक योजना की दृष्टि रखती है जिसका उद्देश्य चयनित शहरों में अगले 5 वर्षों में 100 साप्ताहिक हाट या स्ट्रीट फूड हब के विकास का समर्थन करना है#Budget2024 pic.twitter.com/clv6l4Z1gs
बता दें कि शहरी स्ट्रीट वेंडरों का अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान है. स्ट्रीट वेंडरों में आने वाले हॉकर, ठेलीफड़वाला, रेहड़ीवाला, ठेलेवाला, नाई, मोची व अन्य पेशे से जुड़े लोग शामिल हैं. इनके द्वारा फल, सब्जियां, चाय, पकौड़े, अंडे, परिधान, कपड़ा, जूते, सहित अन्य सामाग्री बेचने वाले/आपूर्ति करने वाले शामिल हैं. बता दें कि शहरी इलाके में स्ट्रीट वेंडरों को अपना कारोबार शुरू करने के लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय की ओर से 10 हजार की राशि कार्यशील पूंजी ऋण के रूप में उपलब्ध कराया जाता है.