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सेबी के निर्देश का BSE के शेयरों पर बुरा असर, एक दिन में हुई सबसे बड़ी गिरावट - BSE shares decline

Stock Market Today- बीएसई लिमिटेड (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) के शेयर की कीमत में सोमवार को सुबह के कारोबार के दौरान 18 फीसदी से अधिक की गिरावट आई. लिस्टिंग के बाद से यह एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है. पढ़ें पूरी खबर...

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 29, 2024, 10:52 AM IST

Updated : Apr 29, 2024, 11:04 AM IST

नई दिल्ली: बीएसई के शेयर आज (29 अप्रैल) 18 फीसदी तक गिर गए. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा एक्सचेंज को उसके विकल्प अनुबंधों के अनुमानित मूल्य के आधार पर रेगुलेटरी फी का भुगतान करने के लिए कहने के बाद भारी गिरावट आई है, न कि प्रीमियम मूल्य के मूल्य के आधार पर. आज सुबह बीएसई के शेयर एनएसई पर 2,682.70 रुपये पर कारोबार कर रहे थे.

सेबी ने बीएसई को इसे एक महीने के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया और यह भुगतान न की गई राशि पर 15 फीसदी प्रति वर्ष के लागू ब्याज के साथ पिछली अवधि के लिए भी किया जाना चाहिए. बीएसई शेयर की कीमत में गिरावट का कारण बाजार नियामक सेबी ((भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड)) द्वारा बीएसई को प्रीमियम के बजाय अनुमानित कारोबार के आधार पर डेरिवेटिव के लिए हाई रेगुलेटरी फी का पेमेंट करने के लिए कहा जाना है.

2017 में लिस्ट होने के बाद से इस स्टॉक में देखी गई सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट है. यह स्टॉक तब फोकस में था, जब उसे अपने ऑप्शन कांट्रैक्ट के नेशनल वैल्यू काउंटिंग की गई एन्युअल टर्नओवर के आधार पर सेबी को नियामक शुल्क का भिगतान करने के लिए कहा गया था. एक ऑप्शन कांट्रैक्ट में अनुमानित अंडरलेइंग एसेट्स के मार्केट प्राइस को कांट्रैक्ट की स्पेसिफिक एमाउंट गुणा किया जाता है.

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नई दिल्ली: बीएसई के शेयर आज (29 अप्रैल) 18 फीसदी तक गिर गए. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा एक्सचेंज को उसके विकल्प अनुबंधों के अनुमानित मूल्य के आधार पर रेगुलेटरी फी का भुगतान करने के लिए कहने के बाद भारी गिरावट आई है, न कि प्रीमियम मूल्य के मूल्य के आधार पर. आज सुबह बीएसई के शेयर एनएसई पर 2,682.70 रुपये पर कारोबार कर रहे थे.

सेबी ने बीएसई को इसे एक महीने के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया और यह भुगतान न की गई राशि पर 15 फीसदी प्रति वर्ष के लागू ब्याज के साथ पिछली अवधि के लिए भी किया जाना चाहिए. बीएसई शेयर की कीमत में गिरावट का कारण बाजार नियामक सेबी ((भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड)) द्वारा बीएसई को प्रीमियम के बजाय अनुमानित कारोबार के आधार पर डेरिवेटिव के लिए हाई रेगुलेटरी फी का पेमेंट करने के लिए कहा जाना है.

2017 में लिस्ट होने के बाद से इस स्टॉक में देखी गई सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट है. यह स्टॉक तब फोकस में था, जब उसे अपने ऑप्शन कांट्रैक्ट के नेशनल वैल्यू काउंटिंग की गई एन्युअल टर्नओवर के आधार पर सेबी को नियामक शुल्क का भिगतान करने के लिए कहा गया था. एक ऑप्शन कांट्रैक्ट में अनुमानित अंडरलेइंग एसेट्स के मार्केट प्राइस को कांट्रैक्ट की स्पेसिफिक एमाउंट गुणा किया जाता है.

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Last Updated : Apr 29, 2024, 11:04 AM IST
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