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एप्पल अब भारत में बनाएगा घर, इन लोगों को जल्द मिलेगा नया ठिकाना - Apple Awas Yojana

Apple Awas Yojana- लगभग ढाई सालों में 150,000 नौकरियां पैदा करने के बाद एप्पल अब अपने कर्मचारियों के लिए घर देने की योजना बना रहा हैं. इसका उद्देश्य मुख्य रूप से प्रवासी महिला कर्मचारियों को सुरक्षा देना है, जिनमें से अधिकांश 19 से 24 वर्ष की आयु के बीच में हैं. पढ़ें पूरी खबर...

Apple Awas Yojana
एप्पल आवास योजना
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 8, 2024, 10:30 AM IST

नई दिल्ली: नौकरी में उछाल के बाद एप्पल इकोसिस्टम कारखाने के वर्कर को आवास देने पर अब केंद्रित होगा. लगभग ढाई सालों में 150,000 नौकरियां पैदा करने के बाद, Apple चीन और वियतनाम मॉडल के अनुरूप, कारखाने के कर्मचारियों को आवासीय सुविधाएं देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फॉक्सकॉन, टाटा और सैलकॉम्प सहित एप्पल के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर और सप्लायर अपने कर्मचारियों के लिए घरों की योजना बना रहे हैं.

एप्पल आवास योजना
बता दें कि एप्पल आवास योजना निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी पहल में सार्वजनिक-निजी भागीदारी योजना के तहत माना जा रहा है. योजना के तहत 78,000 से अधिक यूनिट का निर्माण किया जाना है, जिनमें से सबसे अधिक लगभग 58,000 यूनिट तमिलनाडु को मिलेंगी.

ज्यादातर आवास यूनिट तमिलनाडु स्टेट इंडस्ट्रियल प्रमोशन कॉरपोरेशन (SIPCOT) द्वारा बनाई जा रही हैं. वहीं, टाटा समूह और एसपीआर इंडिया भी घर बना रहे हैं. इस योजना के अनुसार केंद्र सरकार 10 से 15 फीसदी पैसे देगी जबकि बचे राज्य सरकारों और उद्यमियों से आएगी.

इस योजना का उद्देश्य
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कंस्ट्रक्शन और निजी क्षेत्र को सौंपने का काम 31 मार्च, 2025 को समाप्त होने वाले इस वित्तीय वर्ष में पूरा होने की संभावना है. रिपोर्ट के मुताबिक इसका उद्देश्य मुख्य रूप से प्रवासी महिला कर्मचारियों को सुरक्षा देना है, जिनमें से अधिकांश 19-24 वर्ष के आयु वर्ग में हैं. आपको बता दें कि इतनी बड़ी कर्मचारी आवास परियोजना, खासकर महिला कर्मचारियों के लिए, भारत में पहली बार है. अधिकांश कर्मचारी किराए के घरों में रहते हैं और कारखानों तक पहुंचने के लिए बसों में घंटों यात्रा करते हैं. चूंकि कई कर्मचारी महिलाएं हैं, इससे सुरक्षा संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं.

फॉक्सकॉन में 75 फीसदी महिलाएं
आपको बता दें कि भारत में Apple का सबसे बड़ा iPhone सप्लायर, फॉक्सकॉन, जो कि श्रीपेरंबुदूर, तमिलनाडु में स्थित है. इनमें से लगभग 35,000 यूनिट का यूज करेगा. फॉक्सकॉन में वर्तमान में 41,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं, जिनमें से 75 फीसदी महिलाएं हैं. टाटा मुख्य रूप से घरेलू उपयोग और निर्यात के लिए iPhone एनक्लोजर बनाती है. वहीं, Salcomp, जो Apple के लिए पावर एडॉप्टर, एनक्लोजर और मैग्नेटिक्स बनाती है, 3,969 हाउसिंग यूनिट का यूज करेगी.

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नई दिल्ली: नौकरी में उछाल के बाद एप्पल इकोसिस्टम कारखाने के वर्कर को आवास देने पर अब केंद्रित होगा. लगभग ढाई सालों में 150,000 नौकरियां पैदा करने के बाद, Apple चीन और वियतनाम मॉडल के अनुरूप, कारखाने के कर्मचारियों को आवासीय सुविधाएं देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फॉक्सकॉन, टाटा और सैलकॉम्प सहित एप्पल के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर और सप्लायर अपने कर्मचारियों के लिए घरों की योजना बना रहे हैं.

एप्पल आवास योजना
बता दें कि एप्पल आवास योजना निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी पहल में सार्वजनिक-निजी भागीदारी योजना के तहत माना जा रहा है. योजना के तहत 78,000 से अधिक यूनिट का निर्माण किया जाना है, जिनमें से सबसे अधिक लगभग 58,000 यूनिट तमिलनाडु को मिलेंगी.

ज्यादातर आवास यूनिट तमिलनाडु स्टेट इंडस्ट्रियल प्रमोशन कॉरपोरेशन (SIPCOT) द्वारा बनाई जा रही हैं. वहीं, टाटा समूह और एसपीआर इंडिया भी घर बना रहे हैं. इस योजना के अनुसार केंद्र सरकार 10 से 15 फीसदी पैसे देगी जबकि बचे राज्य सरकारों और उद्यमियों से आएगी.

इस योजना का उद्देश्य
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कंस्ट्रक्शन और निजी क्षेत्र को सौंपने का काम 31 मार्च, 2025 को समाप्त होने वाले इस वित्तीय वर्ष में पूरा होने की संभावना है. रिपोर्ट के मुताबिक इसका उद्देश्य मुख्य रूप से प्रवासी महिला कर्मचारियों को सुरक्षा देना है, जिनमें से अधिकांश 19-24 वर्ष के आयु वर्ग में हैं. आपको बता दें कि इतनी बड़ी कर्मचारी आवास परियोजना, खासकर महिला कर्मचारियों के लिए, भारत में पहली बार है. अधिकांश कर्मचारी किराए के घरों में रहते हैं और कारखानों तक पहुंचने के लिए बसों में घंटों यात्रा करते हैं. चूंकि कई कर्मचारी महिलाएं हैं, इससे सुरक्षा संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं.

फॉक्सकॉन में 75 फीसदी महिलाएं
आपको बता दें कि भारत में Apple का सबसे बड़ा iPhone सप्लायर, फॉक्सकॉन, जो कि श्रीपेरंबुदूर, तमिलनाडु में स्थित है. इनमें से लगभग 35,000 यूनिट का यूज करेगा. फॉक्सकॉन में वर्तमान में 41,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं, जिनमें से 75 फीसदी महिलाएं हैं. टाटा मुख्य रूप से घरेलू उपयोग और निर्यात के लिए iPhone एनक्लोजर बनाती है. वहीं, Salcomp, जो Apple के लिए पावर एडॉप्टर, एनक्लोजर और मैग्नेटिक्स बनाती है, 3,969 हाउसिंग यूनिट का यूज करेगी.

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