पुणे : शहर में जीका वायरस का संक्रमण लगातार फैल रहा है. सोमवार को दो और मामले सामने आए. इसके साथ ही शहर में कुल पुष्ट मामलों की संख्या छह हो गई है. इनमें से दोनों नए मामले एरंडवाने में रहने वाली गर्भवती महिलाओं से जुड़े हैं. पुणे में जीका के पहले मामले की सूचना एक डॉक्टर और उनकी किशोर बेटी ने दी थी.
ये दो नए मामलों वाले इलाके में रहते हैं. उनके टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया और प्रभावित क्षेत्र से नमूने एकत्र किए. शनिवार को यह पुष्टि हुई कि एरंडवाने की एक गर्भवती महिला और मुंधवा के एक 22 वर्षीय व्यक्ति में भी इसके वायरस पाए गए. पुणे नगर निगम (PMC) की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कल्पना बलिवंत ने बताया कि एकत्र किए गए 25 नमूनों में से 12 एरंडवाने से थे.
इनमें से सात सैंपल गर्भवती महिलाओं के थे जिसमें से दो गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस पाया गया. मुंधवा से 13 अतिरिक्त नमूने एकत्र किए गए, जिनमें से किसी भी गर्भवती महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई. जीका से संक्रमित गर्भवती महिलाओं को अधिक जोखिम माना जाता है. इसलिए स्वास्थ्य अधिकारी उनपर कड़ी नजर रख रहे हैं.
समय पर स्कैन कर रहे हैं. दोनों प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है. पुणे में जीका वायरस का फैलना चिंता का विषय है. इसके प्रकोप को नियंत्रित करने तथा आगे संक्रमण को रोकने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को मच्छरों के काटने से बचने के लिए सावधानी बरतने तथा जीका के किसी भी लक्षण पाए जाने पर तुरंत चिकित्सकों से संपर्क करने की सलाह दी गई है.
पुणे नगर निगम नागरिकों से दिशा-निर्देशों का पालन करने और जीका वायरस के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और शहर में वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक उपाय कर रहे हैं.