ETV Bharat / bharat

कर्नाटक के सीएम के पैतृक जिले में दूषित पानी पीने से युवक की मौत, 48 बीमार - Drinking Contaminated Water

author img

By IANS

Published : May 21, 2024, 7:36 PM IST

Sick After Drinking Contaminated Water : कर्नाटक में सीएम के पैतृक जिले में दूषित पानी पीने से एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 48 लोग बीमार हैं. घटना के बाद सीएम ने मामले की जानकारी ली.

Youth dies
प्रतीकात्मक फोटो (IANS)

मैसूर (कर्नाटक) : मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के पैतृक जिले मैसूर में स्थित के. सलुंडी गांव में दूषित पानी पीने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 48 से अधिक लोग बीमार हो गए.

मृतक की पहचान 24 वर्षीय कनकराजू के रूप में हुई. तबीयत बिगड़ने पर उसे सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई. बीमार पड़े अन्य 48 लोगों को इलाज एक निजी अस्पताल में किया जा रहा है.

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को जिला आयुक्त और जिला स्वास्थ्य अधिकारी से मामले की जानकारी ली. उन्होंने अधिकारियों से जल प्रदूषण के कारण का पता लगाने और उचित उपाय करने को कहा.

सीएम ने अधिकारियों को बीमार पड़े लोगों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया. जद (एस) विधायक जी.टी. देवेगौड़ा ने अस्पताल का दौरा किया और सरकार से पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग की.

गौरतलब है कि मैसूरु जिले में पानी की गुणवत्ता संबंधी चिंताएं कुछ समय से व्याप्त हैं क्योंकि परीक्षण रिपोर्ट में मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त माने जाने वाले पानी के दूषित होने की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन ने अप्रैल तक 75 बोरवेल बंद कर दिए थे. इस साल अप्रैल 2023 से फरवरी के बीच 10,267 बोरवेल का परीक्षण करने के बाद बोरवेल को बंद कर दिया गया था.

ये भी पढ़ें

पानी का विकल्प नहीं है सिंथेटिक सॉफ्ट ड्रिंक, इस्तेमाल करने से बचें, ICMR ने जारी की गाइडलाइन

मैसूर (कर्नाटक) : मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के पैतृक जिले मैसूर में स्थित के. सलुंडी गांव में दूषित पानी पीने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 48 से अधिक लोग बीमार हो गए.

मृतक की पहचान 24 वर्षीय कनकराजू के रूप में हुई. तबीयत बिगड़ने पर उसे सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई. बीमार पड़े अन्य 48 लोगों को इलाज एक निजी अस्पताल में किया जा रहा है.

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को जिला आयुक्त और जिला स्वास्थ्य अधिकारी से मामले की जानकारी ली. उन्होंने अधिकारियों से जल प्रदूषण के कारण का पता लगाने और उचित उपाय करने को कहा.

सीएम ने अधिकारियों को बीमार पड़े लोगों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया. जद (एस) विधायक जी.टी. देवेगौड़ा ने अस्पताल का दौरा किया और सरकार से पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग की.

गौरतलब है कि मैसूरु जिले में पानी की गुणवत्ता संबंधी चिंताएं कुछ समय से व्याप्त हैं क्योंकि परीक्षण रिपोर्ट में मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त माने जाने वाले पानी के दूषित होने की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन ने अप्रैल तक 75 बोरवेल बंद कर दिए थे. इस साल अप्रैल 2023 से फरवरी के बीच 10,267 बोरवेल का परीक्षण करने के बाद बोरवेल को बंद कर दिया गया था.

ये भी पढ़ें

पानी का विकल्प नहीं है सिंथेटिक सॉफ्ट ड्रिंक, इस्तेमाल करने से बचें, ICMR ने जारी की गाइडलाइन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.