हैदराबाद: अंतरराष्ट्रीय वस्तु संगठन और तेलंगाना सरकार के संयुक्त तत्वावधान में इस महीने की 7 और 8 तारीख को हैदराबाद में वैश्विक चावल शिखर सम्मेलन-2024 का आयोजन किया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संगठनों का संघ, भारतीय चावल अनुसंधान संस्थान, उत्तर प्रदेश के चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय, ओडिशा कृषि विश्वविद्यालय, भारतीय चावल निर्यातक संघ, फिक्की और अन्य संगठन इसमें शामिल होंगे.
इसमें लगभग 30 देशों के चावल निर्यातकों और आयातकों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ भारतीय सहयोगियों के प्रतिनिधि, तेलंगाना राज्य के अधिकारी, वैज्ञानिक और अनुकरणीय किसान भाग लेंगे. यह पहली बार है जब भारत वैश्विक चावल शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. चावल उत्पादन में टॉप पर रहने वाले तेलंगाना को इसके लिए प्लेटफॉर्म के रूप में चुना गया है.
यह सम्मेलन धान की खेती के महत्व को बढ़ाने को लेकर है. इसमें धान की पैदावार बढ़ाने के लिए इसके उपायों को प्रत्साहित किया जाएगा. धान की खेती के लिए तकनीकी सहायता, खाद्य सुरक्षा, इसकी मार्केटिंग, वैश्वीकरण तथा विश्व में चावल की बढ़ती खपत को देखते हुए निर्यात बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
कृषि मंत्री का बयान: राज्य के कृषि मंत्री तुम्मला नागेश्वर राव ने कहा, 'भारत पहली बार विश्व चावल शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. तेलंगाना को इसका आयोजन स्थल होने पर गर्व है. आइए इसका लाभ उठाएं. हमारा राज्य चावल की खेती में शीर्ष पर है. वर्तमान में दुनिया के कई देश चावल आयात के लिए भारत की ओर देख रहे हैं. यह सम्मेलन निर्यातकों और आयातकों के लिए एक मंच प्रदान करेगा. यदि इसका पूरा उपयोग किया जाए तो यह हमारे देश, खासकर तेलंगाना के किसानों के लिए उचित मूल्य के साथ बड़े बाजार भंडार की समस्या का समाधान कर सकता है.'