कोलकाता: भारत में बर्ड फ्लू ने खतरे की घंटी बजा दी है. मामला पश्चिम बंगाल से है, जहां एक चार साल का बच्चा H9N2 वायरस से संक्रमित पाया गया है. इसके साथ ही पक्षियों की जान लेने वाला बर्ड फ्लू अब इंसानों के लिए खतरा बनता जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पश्चिम बंगाल में एक चार साल के बच्चे में बर्ड फ्लू संक्रमण की पुष्टि की है. भारत में किसी इंसान में बर्ड फ्लू संक्रमण का यह दूसरा मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है. वहीं, समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में भी संक्रमण से जुड़े मामले की जानकारी दी गई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार (12 जून) को कहा कि H9N2 वायरस के कारण होने वाले बर्ड फ्लू से मानव संक्रमण का मामला 2019 के बाद पाया गया है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि मरीज (4 साल का बच्चा) को सांस लेने में लगातार दिक्कत आ रही थी. उसे तेज बुखार और पेट में ऐंठन की भी शिकायत थी. जिसके बाद फरवरी में उसे अस्पताल की बाल चिकित्सा गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था. करीब 3 महीनों तक जांच और इलाज के बाद उसे अस्पताल से मई में छुट्टी दे दी गई थी.
विश्व स्वास्थ्य एजेंसी के मुताबिक, चार साल के बच्चे के घर और आस-पास के इलाके में मुर्गे-मुर्गियां थीं. एजेंसी ने बताया कि, बच्चे के आस पास मुर्गे मुर्गियां रहने के कारण वह बर्ड फ्लू की चपेट में आ गया. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि, मरीज के परिवार या इलाके में किसी दूसरे व्यक्ति में सांस से जुड़ी बीमारी का कोई लक्षण नहीं पाया गया है. डब्ल्यूएचओ ने बताया कि बच्चे में जब यह लक्षण पाए गए तब टीकाकरण और इलाज को लेकर कोई विवरण (Detail) मौजूद नहीं था. एजेंसी ने यह कहा कि यह इंसानों में H9N2 बर्ड फ्लू का भारत से दूसरा मामला है. 2019 में पहला मामला सामने आया था.
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