दुर्ग: ओमान में रोजगार के लिए भिलाई के खुर्सीपार से गई महिला दीपिका जोगी अब बहुत जल्द भारत लौट सकती है. भारतीय दूतावास से मिली जानकारी के मुताबिक महिला अब ओमान के भारतीय एंबेसी पहुंच चुकी है.जहां अफसरों की निगरानी में महिला को रखा गया है.
रोजगार के लिए ओमान गई थी महिला : दुर्ग जिले की कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने बताया कि दीपिका जोगी 30 मई 2023 को ओमान में रोजगार के इरादे से गई थी.उसके बारे में जानकारी ली गई है. जिन्हें जल्द से जल्द वापस लाए जाने की तैयारी की जा रही है. साथ ही अगर यह मामला मानव तस्करी के एंगल से जुड़ा होगा तो उस पर दुर्ग पुलिस संजीदगी से काम करेगी.
''दीपिका के प्रायोजक और मस्कट में स्थानीय अधिकारियों से मामले में शीघ्र समाधान और शीघ्र स्वदेश वापसी का पता लगाने के लिए संपर्क किया गया था.भारतीय दूतावास ने कानूनी मुद्दों को सुलझाने के बाद महिला की भारत वापसी के लिए सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है. दीपिका टूरिस्ट वीजा पर ओमान गई थीं.बाद में इसे रोजगार (वर्क वीजा) में बदला गया.''- ऋचा प्रकाश चौधरी, कलेक्टर
कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के मुताबिक दीपिका ने अपने प्रायोजक के साथ 8 महीने तक काम किया. मस्कट में प्रायोजक और स्थानीय अधिकारियों से सौहार्दपूर्ण समाधान और शीघ्र प्रत्यावर्तन का पता लगाने के लिए संपर्क किया गया है.दूतावास ने 1 फरवरी को महिला के पति से बात की और उन्हें सूचित किया कि उनकी पत्नी को दूतावास आश्रय में रखा जा रहा है.मिशन ने कहा है कि वह मामले में शामिल कानूनी मुद्दों को सुलझाने के बाद दीपिका की स्वदेश वापसी के लिए संभावित सहायता प्रदान करेगा.
''जो पीड़िता है एक फरवरी को एंबेसी से संपर्क करके जो परिस्थिति है वहां पर उससे अवगत कराया है.वर्तमान में वो एंबेसी के शेल्टर में ही है. एंबेसी के द्वारा उन्हें देश वापस भेजने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.उम्मीद है कि जल्द वो अपने परिवार के पास इंडिया पहुंच जाएगी.''- ऋचा प्रकाश चौधरी,कलेक्टर
कांग्रेस ने भी मामले में लिखी चिट्ठी : छत्तीसगढ़ के भिलाई की महिला दीपिका जोगी की मदद करने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज आगे आये हैं. दीपक बैज ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर , छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, मुख्य सचिव, डीजीपी छत्तीसगढ़ पुलिस, जिलाधीश दुर्ग, पुलिस अधीक्षक दुर्ग को पत्र लिखा है.जिसमें उन्होंने लिखा कि यह मामला बेहद ही गंभीर है. देश की और हमारे प्रदेश की एक महिला विदेश में संकट में फंसी है.मेरा आपसे आग्रह है कि इस मामले में हस्तक्षेप कर उक्त महिला दीपिका जोगी को तत्काल स्वदेश वापसी के प्रबंध सुनिश्चित करवाने का कष्ट करें.
क्या है मामला ? : आपको बता दें कि 30 मई 2023 को दीपिका रोजगार के लिए केरल के एक प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से ओमान गई थी.जहां ओमान निवासी मुनीर और हाफिजा के घर पर महिला ने काम करना शुरु किया. कुछ दिनों तक सब ठीक चलता रहा.लेकिन दिसंबर 2023 में अचानक किसी बात पर ओमान निवासी परिवार ने दीपिका को पैसे देने बंद कर दिए. जब दीपिका ने अपने काम के पैसे मांगे तो उसके साथ मारपीट की जाने लगी. परेशान होकर पीड़िता ने एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किया था.जिसके बाद दुर्ग पुलिस और जिला प्रशासन ने इस विषय को बड़ी गंभीरता से लिया.
रसोईया को ओमान में बनाया नौकरानी : इस मामले में दीपिका के परिवार का कहना था कि हैदराबाद के एजेंट अब्दुल्ला की मदद से दीपिका को केरल से ओमान भेजा गया. जहां उससे रसोईया का काम करने के लिए बुलाया गया था. लेकिन दीपिका के ओमान पहुंचने के बाद परिवार ने रसोई के काम के साथ-साथ घरेलू काम भी करवाना शुरु कर दिया.जब कुछ महीने बाद दीपिका ने घर का काम करने से मना किया तो उसके साथ मारपीट की गई.इसके बाद जब दीपिका के परिवार ने ओमान की फैमिली से दीपिका को वापस इंडिया भेजने के लिए कहा तो रिहाई के लिए तीन लाख रुपए की डिमांड की गई. जिसके बाद परिवार ने पुलिस से मदद मांगी.