श्रीनगर/जम्मू : नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि यदि केंद्र सरकार के द्वारा जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा नहीं बहाल नहीं गया तो उनकी पार्टी सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी. उक्त बातें उन्होंने पार्टी का घोषणापत्र जारी करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहीं. अब्दुल्ला ने कहा कि वास्तविकता यह है कि हमें अपनी शक्तियों को वापस हासिल करने के लिए संघर्ष करना है और इसमें कोई संशय नहीं है कि हम सफल होंगे. उन्होंने कहा कि कम से कम पहले ही प्रयास में हम जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलवाएंगे.
#WATCH | Srinagar: Jammu and Kashmir National Conference leader Omar Abdullah says, " we said we will encourage it (dialogue between india-pakistan)...we have always been in favour of dialogue, and in future also we will remain in favour...as a responsible party, and being in… pic.twitter.com/TmBMDGUGb5
— ANI (@ANI) August 19, 2024
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यदि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए तैयार नहीं है तो उनकी पार्टी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी. उन्होंने कहा कि हमें सुप्रीम कोर्ट को महज इतना याद दिलाना है कि केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय से वादा किया है कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा. लेकिन अगर भारत सरकार अपनी इच्छा से ऐसा करने के लिए तैयार नहीं होती है तो हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और हमें वहां से जरूर न्याय मिलेगा.
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सोमवार को जारी अपने घोषणापत्र में 12 ‘गारंटी’ की घोषणा की. घोषणा पत्र में अनुच्छेद 370 और जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के साथ-साथ 2000 में तत्कालीन विधानसभा द्वारा पारित स्वायत्तता प्रस्ताव का कार्यान्वयन किया जाना शामिल हैं.
इस अवसर अब्दुल्ला ने कहा, "हमने कहा कि हम इसे (भारत-पाकिस्तान के बीच वार्ता को) प्रोत्साहित करेंगे.हम हमेशा से वार्ता के पक्ष में रहे हैं और भविष्य में भी हम इसके पक्ष में रहेंगे.एक जिम्मेदार पार्टी के तौर पर और सरकार में होने के नाते हम वार्ता को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी पूरी शक्ति से काम करेंगे.बातचीत को प्रोत्साहित करने में क्या गलत है.अटल बिहारी ने कहा था कि हम दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं.आज हम बातचीत करने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन हम उम्मीद कर सकते हैं कि भविष्य में बातचीत की संभावना हो सकती है.बातचीत के लिए माहौल बनाना सिर्फ हमारे देश की जिम्मेदारी नहीं है, यह पाकिस्तान का भी कर्तव्य है, लेकिन हमारी तरफ से हम हमेशा इसके पक्ष में रहेंगे, इससे किसे दिक्कत होगी?"
भाजपा ने जम्मू में अनुच्छेद 370 को बहाल करने की संभावना वाले नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र को खारिज किया
नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के लोकसभा सदस्य जुगल किशोर ने जम्मू-कश्मीर भाजपा के मुख्य प्रवक्ता एडवोकेट सुनील सेठी के साथ जम्मू स्थित पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस अवसर पर सुनील सेठी ने कहा कि अनुच्छेद 370 को वापस लाने का सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि न तो उमर अब्दुल्ला और न ही कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में सत्ता में वापस आएगी.
भाजपा नेताओं ने जोर देकर कहा कि अनुच्छेद 370 को बहाल करने का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला, नेशनल कॉन्फ्रेंस या कांग्रेस पार्टी के सत्ता में आने का सवाल ही नहीं उठता, तो वे अनुच्छेद 370 को कैसे वापस लाएंगे?
बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सोमवार को अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें केंद्र शासित प्रदेश के लोगों को 12 गारंटी देने का वादा किया गया है. पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला द्वारा घोषणा में कहा गया है कि अनुच्छेद 370, 35-ए की बहाली, जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019, कश्मीरी पंडितों की वापसी और पुनर्वास तथा क्षेत्र की कानूनी स्थिति की बहाली जैसे प्रमुख वादे शामिल हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अंतरिम में पार्टी पुनर्गठन अधिनियम, 2019 और जम्मू-कश्मीर लेनदेन नियम, 2019 के तहत केंद्र शासित प्रदेश सरकार के कामकाज को फिर से स्थापित करने का प्रयास करेगी.
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