कोलकाता: पश्चिम बंगाल के भूपतिनगर ब्लास्ट केस में छापेमारी करने पहुंची एनआईए की टीम पर 06 अप्रैल को हमला कर दिया गया. इस मामले को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने सीधे-सीधे जांच एजेंसी की आलोचना करते हुए सवाल किया कि, एनआईए की टीम ने रात में छापेमारी क्यों की...क्या उनके पास पुलिस की पूर्व अनुमति थी? एनआईए को क्या अधिकार है?" इस तरह के कई सवाल सीएम ममता ने जांच एजेंसी से की. बता दें कि, पूर्व मेदिनीपुर में भीड़ ने जांच करने पहुंची एनआईए के अधिकारियों पर हमला कर दिया.
ममता ने लगाया बड़ा आरोप
सीएम ममता बनर्जी का यह भी दावा है कि, स्थानीय लोगों को लगा कि आधी रात कोई अजनबी घुस आया है, जिसके कारण लोकल लोगों ने इस तरह का कदम उठाया. तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो का आरोप है कि ईडी, सीबीआई और एनआईए जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियां बीजेपी का समर्थन कर रही है. ये एजेंसियां चुनाव से ठीक पहले टीएमसी कार्यकर्ताओं को क्यों गिरफ्तार कर रही है. बता दें कि, भूपतिनगर ब्लास्ट कांड को लेकर एनआईए की टीम ने दो टीएमसी के नेताओं को गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक ग्रामिणों ने कथित तौर पर अधिकारियों पर हमला कर दिया. हालांकि बाद में स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूरे हालात को अपने नियंत्रण में ले लिया.
इससे पहले भी हो चुका है हमला
सूत्रों ने बताया, पुलिस के आने से पहले एनआईए के अधिकारी पहुंच गये थे. ठीक तीन महीने पहले 5 जनवरी को पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना के संदेशखाली में राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में छापेमारी कर रहे प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर लगभग 200 स्थानीय लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया था.
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