नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बाद संसद का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा और 3 जुलाई तक चलेगा. संसद सत्र के पहले दो दिन नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी. इसके बाद 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. भाजपा की सीटें बहुमत से कम होने के कारण इस बार सत्ता पक्ष के लिए स्पीकर पद का चुनाव काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है. मोदी 3.0 सरकार एनडीए के सहयोगी दलों के सहारे ही चल सकती है. ऐसे में लोकसभा अध्यक्ष काफी अहम हो गया है, क्योंकि लोकसभा में स्पीकर ही सदन के प्रोटोकॉल और कार्यवाही को नियंत्रित करता है. सरकार की मजबूती के लिए भाजपा हर हाल में स्पीकर पद अपने पास रखना चाहती है.
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के अंदर स्पीकर पद के लिए डी पुरंदेश्वरी, राधा मोहन सिंह और भर्तृहरि महताब के नाम पर चर्चा चल रही है. ऐसी भी अटकलें हैं कि भाजपा ओम बिड़ला को दोबारा स्पीकर पद के लिए नामित कर सकती है. बिहार से आने वाले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह 7वीं बार सांसद चुने गए हैं.
पुरंदेश्वरी सही विकल्प
पुरंदेश्वरी आंध्र प्रदेश में भाजपा की राज्य इकाई की प्रमुख हैं. उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के लिए टीडीपी के साथ मिलकर काम किया था. पुरंदेश्वरी अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामा राव की बेटी और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की पत्नी की बहन हैं. इसलिए भाजपा और टीडीपी दोनों के लिए पुरंदेश्वरी सही विकल्प हो सकती हैं. पुरंदेश्वरी पहले कांग्रेस में थी, 2014 में वह भाजपा में शामिल हो गई थीं. इस बार वह राजमुंद्री से सांसद चुनी गई हैं.
ओडिशा को मिल सकती है तरजीह
भर्तृहरि महताब ओडिशा भाजपा के नेता हैं. पहले वह पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजू जनता दल में थे. भाजपा ने इस बार ओडिशा में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन कर किया है. नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजेडी को हराकर पहली ओडिशा में सत्ता हासिल की है. इसलिए ओडिशा को तरजीह मिल सकती है.
कांग्रेस सांसद के सुरेश प्रोटेम स्पीकर नामित
फिलहाल केरल के मावेलिकरा से कांग्रेस सांसद के सुरेश को प्रोटेम स्पीकर नामित किया गया है. इस सदन में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले सांसद सुरेश संसद सत्र शुरू होने के बाद नए सदस्यों को शपथ दिलाएंगे और फिर 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव का संचालन करेंगे. फिलहाल भाजपा ने स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार के नाम का खुलासा नहीं किया. वहीं विपक्ष के संसदीय परंपरा के मुताबिक डिप्टी स्पीकर पद की मांग की है. इंडिया गठबंधन ने कहा है कि अगर सरकार विपक्ष को डिप्टी-स्पीकर का पद नहीं देती है तो वे स्पीकर के लिए उम्मीदवार उतारेंगे.
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