नई दिल्ली: विक्रम मिस्री ने सोमवार को विनय मोहन क्वात्रा की जगह विदेश सचिव का पदभार ग्रहण कर लिया. भारतीय विदेश सेवा के 1989 बैच के कैरियर राजनयिक, राजदूत मिस्री ने विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली में प्रधान मंत्री कार्यालय और यूरोप, अफ्रीका, एशिया और उत्तरी अमेरिका में विभिन्न भारतीय मिशनों में विभिन्न पदों पर कार्य किया है.
Congratulate Foreign Secretary @VikramMisri as he assumes his new responsibility today.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 15, 2024
Wish him a productive and successful tenure. pic.twitter.com/09VxQuwlcG
नई दिल्ली में उनके कार्यों में विदेश मंत्रालय के पाकिस्तान डेस्क पर काम करना और दो विदेश मंत्रियों आई. के. गुजराल और श्री प्रणब मुखर्जी के स्टाफ में काम करना शामिल है. प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव के रूप में सेवा देने के अलावा, उन्होंने भारत के तीन प्रधानमंत्रियों आई. के. गुजराल, डॉ. मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के निजी सचिव के रूप में भी काम किया है.
राजदूत मिस्री ने ब्रुसेल्स, ट्यूनिस, इस्लामाबाद और वाशिंगटन डी. सी. में विदेश में सेवा की है. वह श्रीलंका में भारत के उप उच्चायुक्त और म्यूनिख में भारत के महावाणिज्यदूत थे. उन्हें 2014 में स्पेन में भारत का राजदूत, 2016 में म्यांमार में राजदूत और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना में राजदूत नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने जनवरी 2019 से दिसंबर 2021 तक सेवा की.
वे हाल ही में भारत के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (रणनीतिक मामले) थे, यह पद उन्होंने 01 जनवरी 2022 से 30 जून 2024 तक संभाला. राजदूत मिस्री का जन्म श्रीनगर में हुआ था और उनकी प्रारंभिक शिक्षा वहीं (बर्न हॉल स्कूल और डीएवी स्कूल) हुई थी, साथ ही जम्मू और कश्मीर के उधमपुर (कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल) में भी उनकी शिक्षा हुई थी.
उन्होंने ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से इतिहास में ऑनर्स के साथ स्नातक की डिग्री और एक्सएलआरआई, जमशेदपुर से एमबीए की डिग्री हासिल की. सरकार में शामिल होने से पहले उन्होंने तीन साल तक निजी क्षेत्र में विज्ञापन (लिंटास इंडिया - बॉम्बे और कॉन्ट्रैक्ट एडवरटाइजिंग - दिल्ली) और विज्ञापन फिल्म निर्माण के क्षेत्र में काम किया.
राजदूत मिस्री एस्पेन इंस्टीट्यूट यूएसए के इंडिया लीडरशिप इनिशिएटिव (अब कमलनयन बजाज फेलोशिप) के फेलो हैं. वह धाराप्रवाह हिंदी, अंग्रेजी और कश्मीरी बोलते हैं और उन्हें फ्रेंच भाषा का भी अच्छा ज्ञान है.
Thank outgoing Foreign Secretary Vinay Kwatra for his dedication and many contributions in the field of foreign policy and national security.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 14, 2024
Particularly in the last decade,he has helped strategize and execute so many of our key policies.
Wish him well in his future endeavors. pic.twitter.com/5Ixf4YLcbU