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WHO ने एमपॉक्स IVDs निर्माताओं से EUL के लिए अपने इंटरेस्ट दिखाने को कहा - WHO

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 30, 2024, 3:34 PM IST

Manufacturers Of Mpox IVDs: 2022 से WHO ने वैश्विक स्तर पर mpox के लिए लगभग 150 000 नैदानिक ​​परीक्षण किए हैं, जिनमें से एक चौथाई से अधिक अफ्रीकी क्षेत्र के देशों में गए हैं.

एमपॉक्स
एमपॉक्स (सांकेतिक तस्वीर)

नई दिल्ली: एमपॉक्स से लड़ने के उद्देश्य से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एमपॉक्स इन विट्रो डायग्नोस्टिक्स (IVDs) के निर्माताओं से इमरजेंसी यूज लिस्ट (EUL) के लिए एक्प्रेशन ऑफ इंटरेस्ट सबमिट करने को कहा है. फिलहाल ग्लोबल हेल्थ वॉचडॉग संस्था प्रभावी निदान की आवश्यकता के बारे में निर्माताओं के साथ लगातार चर्चा कर रही है. विशेष रूप से कम आय वाले क्षेत्रों में.

WHO ने कहा कि लोगों को जल्द से जल्द उपचार और देखभाल प्राप्त करने और आगे के प्रसार को रोकने के लिए परीक्षण महत्वपूर्ण है. 2022 से उसने वैश्विक स्तर पर एमपॉक्स के लिए लगभग 150 000 डायग्नोस्टिक टेस्ट किए हैं, जिनमें से एक चौथाई से अधिक अफ्रीकी क्षेत्र के देशों में गए हैं. आने वाले हफ्तों में डब्ल्यूएचओ अफ्रीकी देशों को 30,000 अतिरिक्त परीक्षण किट उपलब्ध कराएगा.

कांगो 1000 से अधिक केस
हेल्थ वॉचडॉग ने कहा, "इस सप्ताह अकेले कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में 1000 से अधिक संदिग्ध मामले सामने आने के साथ, डायग्नोस्टिक टेस्ट की डीमांड बढ़ गई है. इस अत्यधिक प्रभावित देश में,WHO ने मामलों में वृद्धि का रेस्पांस देने के लिए डायग्नोस्टिक कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए भागीदारों के साथ काम किया है. मई 2024 से, छह अतिरिक्त लेबोरेटरी को एमपॉक्स का डायग्नोज करने के लिए सुसज्जित किया गया है, जिससे प्रमुख शहरों से प्रभावित प्रांतों तक परीक्षण क्षमता का विकेंद्रीकरण संभव हो सका है."

WHO ने कहा आगे बताया कि दो लेबोरेटरी साउथ किवु में हैं, जिन्हें नए वायरल स्ट्रेन, जिसे आईबी कहा जाता है, के प्रकोप का रिस्पांस देने के लिए चुना गया है. इन प्रयासों की बदौलत देश में टेस्टिंग रेट में नाटकीय रूप से सुधार हुआ है. 2023 की तुलना में 2024 में चार गुना अधिक सैंपल का टेस्ट किया गया है,"

डायग्नोस्टिक टेस्टिंग गाइडेंस अपडेट
WHO ने नए वायरस स्ट्रेन का पता लगाने के लिए अपने डायग्नोस्टिक टेस्टिंग गाइडेंस को भी अपडेट किया है और इसे लागू करने के लिए देशों के साथ काम कर रहा है. इससे पहले, WHO ने नए डायग्नोस्टिक टेस्टिंग के विकास में निर्माताओं का मार्गदर्शन करने के लिए टारगेट प्रोडक्ट प्रोफाइल जारी की थी.

बता दें कि WHO के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने 14 अगस्त 2024 को घोषणा की कि कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) और अफ्रीका के कई देशों में एमपॉक्स का बढ़ना अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमन (2005) के तहत पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न (PHEIC) है.

IVD के निर्माताओं से अब जल्द से जल्द WHO को उपलब्ध गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रदर्शन डेटा प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है. IVD प्रयोगशालाओं में किए जाने वाले परीक्षण हैं, जो रोगजनक का पता लगाने के लिए किए जाते हैं.

पॉलीमरेज चेन रिएक्शन
पॉलीमरेज चेन रिएक्शन (PCR) टेस्ट द्वारा वायरल डीएनए का पता लगाना एमपीओएक्स निदान के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड है. यह स्किन के घावों से लिए गए सैंपल में वायरस के डीएनए का पता लगाता है, जैसे कि पुटिकाओं या फुंसियों का तरल पदार्थ .

EUL प्रक्रिया के माध्यम से डब्ल्यूएचओ आपातकालीन स्थितियों में समय-सीमित खरीद के लिए स्पेसिफिक प्रोडक्ट के उपयोग की स्वीकार्यता का मूल्यांकन करते हुए, टीके, परीक्षण और उपचार जैसे चिकित्सा उत्पादों को उपयोग के लिए अनुमोदित कर सकता है.

उल्लेखनीय है कि एमपॉक्स एक बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है. यह ऑर्थोपॉक्स वायरस जीनस की एक प्रजाति है, जो दूषित मटेरियल के साथ, या संक्रमित जानवरों के जरिए किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आने से मनुष्यों में फैल सकती है जो संक्रामक है.

यह भी पढ़ें- मंकीपॉक्स के खतरे को लेकर NCDC राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ कर रहा समन्वय

नई दिल्ली: एमपॉक्स से लड़ने के उद्देश्य से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एमपॉक्स इन विट्रो डायग्नोस्टिक्स (IVDs) के निर्माताओं से इमरजेंसी यूज लिस्ट (EUL) के लिए एक्प्रेशन ऑफ इंटरेस्ट सबमिट करने को कहा है. फिलहाल ग्लोबल हेल्थ वॉचडॉग संस्था प्रभावी निदान की आवश्यकता के बारे में निर्माताओं के साथ लगातार चर्चा कर रही है. विशेष रूप से कम आय वाले क्षेत्रों में.

WHO ने कहा कि लोगों को जल्द से जल्द उपचार और देखभाल प्राप्त करने और आगे के प्रसार को रोकने के लिए परीक्षण महत्वपूर्ण है. 2022 से उसने वैश्विक स्तर पर एमपॉक्स के लिए लगभग 150 000 डायग्नोस्टिक टेस्ट किए हैं, जिनमें से एक चौथाई से अधिक अफ्रीकी क्षेत्र के देशों में गए हैं. आने वाले हफ्तों में डब्ल्यूएचओ अफ्रीकी देशों को 30,000 अतिरिक्त परीक्षण किट उपलब्ध कराएगा.

कांगो 1000 से अधिक केस
हेल्थ वॉचडॉग ने कहा, "इस सप्ताह अकेले कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में 1000 से अधिक संदिग्ध मामले सामने आने के साथ, डायग्नोस्टिक टेस्ट की डीमांड बढ़ गई है. इस अत्यधिक प्रभावित देश में,WHO ने मामलों में वृद्धि का रेस्पांस देने के लिए डायग्नोस्टिक कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए भागीदारों के साथ काम किया है. मई 2024 से, छह अतिरिक्त लेबोरेटरी को एमपॉक्स का डायग्नोज करने के लिए सुसज्जित किया गया है, जिससे प्रमुख शहरों से प्रभावित प्रांतों तक परीक्षण क्षमता का विकेंद्रीकरण संभव हो सका है."

WHO ने कहा आगे बताया कि दो लेबोरेटरी साउथ किवु में हैं, जिन्हें नए वायरल स्ट्रेन, जिसे आईबी कहा जाता है, के प्रकोप का रिस्पांस देने के लिए चुना गया है. इन प्रयासों की बदौलत देश में टेस्टिंग रेट में नाटकीय रूप से सुधार हुआ है. 2023 की तुलना में 2024 में चार गुना अधिक सैंपल का टेस्ट किया गया है,"

डायग्नोस्टिक टेस्टिंग गाइडेंस अपडेट
WHO ने नए वायरस स्ट्रेन का पता लगाने के लिए अपने डायग्नोस्टिक टेस्टिंग गाइडेंस को भी अपडेट किया है और इसे लागू करने के लिए देशों के साथ काम कर रहा है. इससे पहले, WHO ने नए डायग्नोस्टिक टेस्टिंग के विकास में निर्माताओं का मार्गदर्शन करने के लिए टारगेट प्रोडक्ट प्रोफाइल जारी की थी.

बता दें कि WHO के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने 14 अगस्त 2024 को घोषणा की कि कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) और अफ्रीका के कई देशों में एमपॉक्स का बढ़ना अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमन (2005) के तहत पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न (PHEIC) है.

IVD के निर्माताओं से अब जल्द से जल्द WHO को उपलब्ध गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रदर्शन डेटा प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है. IVD प्रयोगशालाओं में किए जाने वाले परीक्षण हैं, जो रोगजनक का पता लगाने के लिए किए जाते हैं.

पॉलीमरेज चेन रिएक्शन
पॉलीमरेज चेन रिएक्शन (PCR) टेस्ट द्वारा वायरल डीएनए का पता लगाना एमपीओएक्स निदान के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड है. यह स्किन के घावों से लिए गए सैंपल में वायरस के डीएनए का पता लगाता है, जैसे कि पुटिकाओं या फुंसियों का तरल पदार्थ .

EUL प्रक्रिया के माध्यम से डब्ल्यूएचओ आपातकालीन स्थितियों में समय-सीमित खरीद के लिए स्पेसिफिक प्रोडक्ट के उपयोग की स्वीकार्यता का मूल्यांकन करते हुए, टीके, परीक्षण और उपचार जैसे चिकित्सा उत्पादों को उपयोग के लिए अनुमोदित कर सकता है.

उल्लेखनीय है कि एमपॉक्स एक बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है. यह ऑर्थोपॉक्स वायरस जीनस की एक प्रजाति है, जो दूषित मटेरियल के साथ, या संक्रमित जानवरों के जरिए किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आने से मनुष्यों में फैल सकती है जो संक्रामक है.

यह भी पढ़ें- मंकीपॉक्स के खतरे को लेकर NCDC राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ कर रहा समन्वय

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