नई दिल्ली: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए मौसम अलर्ट जारी किया है. आईएमडी की नई रिपोर्ट के मुताबिक अगले कुछ दिनों में इन क्षेत्रों में भारी बारिश होने की उम्मीद है. भारत के मध्य और उत्तरी भागों में सक्रिय मानसून से कुछ क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. इसको देखते हुए आईएमडी ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां भारी बारिश से जलभराव और मामूली बाढ़ आने की संभावना है.
दिल्ली-एनसीआर: राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के इलाकों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने दिल्ली-एनसीआर को येलो अलर्ट पर रखा है, जिसमें निवासियों से मौसम की रिपोर्ट के साथ अपडेट रहने और बाहर निकलते समय सावधानी बरतने का आग्रह किया गया है. शहर में पिछले 24 घंटों में रुक-रुक कर बारिश हुई है, जिससे तापमान में सुखद गिरावट आई है.
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में, कई जिलों, खासकर राज्य के पूर्वी और मध्य भागों में, संभावित भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. वाराणसी, लखनऊ और गोरखपुर के सबसे अधिक प्रभावित होने की उम्मीद है, जहां अगले 48 घंटों तक लगातार बारिश का अनुमान है. अधिकारियों ने शहरी क्षेत्रों में जलभराव को रोकने के लिए सलाह जारी की है और लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने का आग्रह किया है.
बिहार: बिहार, जो पहले से ही कुछ क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहा है. भारी बारिश के एक और दौर की तैयारी कर रहा है. पटना, गया और भागलपुर उन क्षेत्रों में शामिल हैं जहां भारी बारिश होने की संभावना है. राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को हाई अलर्ट पर रहने और नदी के जलस्तर पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया है.
राजस्थान: पश्चिमी राजस्थान को शुष्क जलवायु के लिए जाना जाता है, यहां पर भी असामान्य रूप से भारी बारिश होगी. खासकर जोधपुर, बाड़मेर और जैसलमेर जैसे जिलों में. फलस्वरूप आईएमडी ने इन इलाकों में भारी बारिश के साथ-साथ गरज के साथ बारिश होने का अनुमान लगाया है, जिससे दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है. स्थानीय अधिकारियों को इस अचानक मौसम परिवर्तन के कारण संभावित चुनौतियों के लिए तैयार रहने को कहा गया है.
आईएमडी की सलाह
आईएमडी ने प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सलाह दी है कि वे जितना संभव हो सके घर के अंदर रहें. वहीं बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों से बचें और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें. साथ ही किसानों को सलाह दी गई है कि वे भारी बारिश की आशंका वाले क्षेत्रों में फसलों की कटाई में देरी करें ताकि नुकसान को रोका जा सके.
ये भी पढ़ें - घर से निकलने से पहले जानें कैसा रहेगा आपके शहर के मौसम का हाल, छाते की पड़ेगी जरूरत या फिर...