नई दिल्ली: देश में भीषण गर्मी पड़ रही है. गर्मी से लोगों का हाल बुरा हो गया है. पिछले दो सप्ताह से उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि अगले 48 घंटों तक भीषण गर्मी का दौर जारी रहेगा. हालांकि, आईएमडी ने एक राहत की खबर यह दी है कि, 1 जून के बाद गर्मी में गिरावट होगी.
आईएमडी के अनुसार, उत्तर और मध्य भारत के कई राज्यों में लू का प्रकोप जारी रहेगा. जबकि दक्षिण पश्चिम में मानसून ने गुरुवार को केरल और उत्तर पूर्वी राज्यों में समय से पहले दस्तक दे दी है. 31 मई को बिहार के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, ओडिशा और झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में लू से लेकर गंभीर लू चलने की संभावना है. वहीं,1 जून को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, झारखंड, ओडिशा और बिहार के अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति बनी रहने की संभावना है.
बता दें कि, पिछले कुछ दिनों से राष्ट्रीय राजधानी और राजस्थान में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया जा रहा है. बुधवार को उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मुंगेशपुर में तापमान 52.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिसने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए. हालांकि, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह संभावना नहीं है कि इस तरह के स्पाइक को रिकॉर्ड किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि, सेंसर सिस्टम में कोई त्रुटि हो सकती है. रिजिजू ने कहा कि, आईएमडी इसकी जांच कर रहा है.
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, सफदरजंग स्थित आधार वेधशाला, दिल्ली रिकॉर्ड के प्रतिनिधि ने बुधवार को अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस बताया , जो सामान्य से लगभग 6 डिग्री सेल्सियस अधिक है. यह तापमान पिछले 79 वर्षों में सबसे अधिक है. हाल के दिनों में, सफदरजंग में 27 मई 2020 को अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. यह पिछले 2 दशकों में सबसे अधिक था. मई के महीने में अब तक का सबसे अधिक तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस 29 मई 1944 को दर्ज किया गया था.
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