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वायनाड भूस्खलन: मृतकों की संख्या 264 पहुंची, 200 लापता लोगों की तलाश जारी - Wayanad Landslide

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 1, 2024, 10:44 AM IST

Updated : Aug 1, 2024, 11:27 AM IST

Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में तबाही के बाद आज तीसरे दिन राहत-बचाव अभियान तेज कर दिया गया है. इस दुर्भाग्यपूर्ण आपदा से पूरा देश दुखी हैं. इस आपदा में मरने वालों की संख्या 264 तक पहुंच गई है. पढ़ें पूरी खबर...

Wayanad Landslide
वायनाड भूस्खलन (IANS)

वायनाड: केरल के वायनाड जिले में हुए लैंडस्लाइड ट्रेजडी में मरने वालों की संख्या 264 तक पहुंच गई है, गुरुवार को अधिकारियों ने कहा कि लगभग 200 लोग अभी भी लापता हैं. केरल की सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा के तीसरे दिन सुबह 1,200 से अधिक बचाव अधिकारियों ने अपना अभियान शुरू किया.

वायनाड जिले के चार सबसे अधिक प्रभावित भूस्खलन क्षेत्रों - चूरलपारा, वेलारीमाला, मुंडकायिल और पोथुकालू में स्थानीय लोगों के अलावा विभिन्न सेना, नौसेना, वायु सेना, पुलिस, अग्निशमन बलों के अधिकारियों की मदद से व्यापक बचाव अभियान चल रहा है.

एक बेली ब्रिज लगभग पूरा होने वाला है, जो चूरलमाला और मुंडकायिल के बीच जलमग्न क्षेत्रों को जोड़ेगा. इससे बचाव अभियान में तेजी आने की उम्मीद है. बुधवार शाम को भारी बारिश के कारण पुल के निर्माण में बाधा आई. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को आसमान साफ है. जिससे बचाव दल के सदस्यों को मदद मिलने की उम्मीद है. जानकारी के मुताबिक, 8,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और उन्हें करीब 82 राहत शिविरों में रखा गया है.

स्थानीय लोगों के अनुसार, मलबे में दबे और शवों के बरामद होने के कारण मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन प्रभावित इलाकों में पहुंचेंगे. वे व्यापक पुनर्वास प्रक्रिया पर चर्चा करने के लिए एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे. बताया जा रहा है कि दो गांव चूरलमाला और मुंडकायिल पूरी तरह से बह गए हैं. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी पहुंच रहे हैं.

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वायनाड जिले के चार सबसे अधिक प्रभावित भूस्खलन क्षेत्रों - चूरलपारा, वेलारीमाला, मुंडकायिल और पोथुकालू में स्थानीय लोगों के अलावा विभिन्न सेना, नौसेना, वायु सेना, पुलिस, अग्निशमन बलों के अधिकारियों की मदद से व्यापक बचाव अभियान चल रहा है.

एक बेली ब्रिज लगभग पूरा होने वाला है, जो चूरलमाला और मुंडकायिल के बीच जलमग्न क्षेत्रों को जोड़ेगा. इससे बचाव अभियान में तेजी आने की उम्मीद है. बुधवार शाम को भारी बारिश के कारण पुल के निर्माण में बाधा आई. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को आसमान साफ है. जिससे बचाव दल के सदस्यों को मदद मिलने की उम्मीद है. जानकारी के मुताबिक, 8,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और उन्हें करीब 82 राहत शिविरों में रखा गया है.

स्थानीय लोगों के अनुसार, मलबे में दबे और शवों के बरामद होने के कारण मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन प्रभावित इलाकों में पहुंचेंगे. वे व्यापक पुनर्वास प्रक्रिया पर चर्चा करने के लिए एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे. बताया जा रहा है कि दो गांव चूरलमाला और मुंडकायिल पूरी तरह से बह गए हैं. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी पहुंच रहे हैं.

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Last Updated : Aug 1, 2024, 11:27 AM IST
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