चकदाह (प.बंगाल): संदेशखाली दो ब्लॉक के भाजपा मंडल अध्यक्ष गंगाधर कयाल का कथित रूप से एक वीडियो शनिवार से वायरल हो रहा है, जिसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. वीडियो में कथित रूप से कयाल को यह कहते सुना जा रहा है कि विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के इशारे पर दुष्कर्म और हथियारों की बरामदगी के कई फर्जी मामले दर्ज किए गए थे. यह सब बशीरहाट लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मजबूत बनाने के लिए हुआ. हालांकि वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.
वीडियो वायरल होने के बाद लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के मतदान से तीन दिन पहले तृणमूल कांग्रेस बीजेपी पर निशाना साध रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी बीजेपी पर जमकर बरसीं. राणाघाट लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान ममता बनर्जी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, 'संदेशखाली पर अच्छा ड्रामा किया...असली जानकारी लीक हो गई है.'
उन्होंने संदेशखाली के स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो का हवाला देते हुए पूरी घटना को 'भाजपा द्वारा रचा गया नाटक' करार दिया. वहीं, ममता ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर लगे छेड़छाड़ के आरोपों के आधार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है. चकदाह की जनसभा से ममता बनर्जी बोलीं, 'संदेशखाली में अच्छा नाटक रचा गया. असली तथ्य लीक हो गए हैं. बीजेपी ने जो ड्रामा रचा है, मैं बहुत पहले से कह रही हूं.'
पीएम पर साधा निशाना : ममता ने उस वीडियो को एक टूल की तरह इस्तेमाल किया. इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के समक्ष एक अस्थायी महिला कर्मचारी से छेड़छाड़ का मामला उठाया. जिसके आधार पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है.
ममता ने कहा कि 'मोदीबाबू ने खाली संदेशखाली के बारे में 'संदेश' दिया. आपके राज्यपाल ने राजभवन में एक महिला से छेड़छाड़ की. आप (मोदी) रात बिताने के बाद चले गए, आपने अपने राज्यपाल के बारे में क्या किया? क्या आप उनके बारे में जिक्र करेंगे?'
गौरतलब है कि मोदी ने शुक्रवार को बर्दवान, कृष्णानगर और बीरभूम में तीन सार्वजनिक बैठकों में भाग लिया. इससे पहले मोदी गुरुवार रात राजभवन में थे. उनकी यात्रा शुरू होने से कुछ घंटे पहले ही गवर्नर बोस पर छेड़छाड़ के आरोप सामने आए थे. बैठक शुरू होने से पहले ममता ने संदेशखाली के वायरल वीडियो का पोस्ट भी सोशल मीडिया पर शेयर किया. वहां उन्होंने बीजेपी को डर्टी और नफरत भरी राजनीतिक पार्टी बताया.
उन्होंने लिखा 'चौंकाने वाला संदेशखाली स्टिंग दिखाता है कि भाजपा के भीतर कितनी गहरी सड़ांध है. बंगाल की प्रगतिशील सोच और संस्कृति के प्रति अपनी नफरत में बांग्ला-बिरोधियों ने हमारे राज्य को हर संभव स्तर पर बदनाम करने की साजिश रची.'
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'भारत के इतिहास में पहले कभी भी दिल्ली में किसी सत्तारूढ़ दल ने पूरे राज्य और उसके लोगों को बदनाम करने की कोशिश नहीं की है. इतिहास गवाह होगा कि कैसे बंगाल दिल्ली के षड्यंत्रकारी शासन के खिलाफ गुस्से में उठेगा और अपना बिशोर्जन (Bishorjon) सुनिश्चित करेगा.'
भारतीय राजनीति की पुरानी परंपरा का जिक्र करते हुए ममता ने बीजेपी की आलोचना की. ममता ने कहा कि 'भारत के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि दिल्ली की किसी सत्ताधारी पार्टी ने केवल प्रतिशोध के कारण पूरे राज्य और उसके लोगों को अपमानित करने का प्रयास किया हो. इतिहास इस बात का गवाह बनेगा कि कैसे बंगाल दिल्ली के षडयंत्रकारी शासन के खिलाफ उठेगा और उनका सफाया सुनिश्चित करेगा.'