मुंबई: प्रकाश अंबेडकर को महाविकास का नेतृत्व दिलाने के सभी प्रयास विफल हो गए हैं. आखिरकार प्रकाश अंबेडकर ने अपना फैसला सुना दिया है. उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह वंचित बहुजन गठबंधन पार्टी की ओर से 27 मार्च को अकोला से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वह महाविकास गठबंधन द्वारा दी गई चार सीटें वंचित बहुजन गठबंधन को लौटा देंगे.
प्रकाश अंबेडकर मुंबई में मीडिया से बात कर रहे थे. महाविकास गठबंधन के नेताओं ने प्रकाश अंबेडकर के वंचित बहुजन गठबंधन के साथ कई बैठकें कीं. अंबेडकर के साथ गठबंधन बनाने की कई कोशिशें हुईं. हालांकि, प्रकाश अंबेडकर ने महाविकास अघाड़ी के साथ नहीं जाने का फैसला किया है, क्योंकि भूमि आवंटन विवाद अंत तक हल नहीं हुआ है.
मुंबई में मीडिया से बात करते हुए प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि 'हमें हमारी मांगों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. उन्होंने अभी तक हमें महाविकास अघाड़ी में शामिल करने का फैसला नहीं किया. सीटों के बंटवारे को लेकर हमारे बीच कुछ सीटों पर मतभेद हैं. निर्वाचन क्षेत्रों में मतभेद हैं और किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है.'
उन्होंने कहा कि 'शिवसेना ने भी कुछ सीटों पर दावा किया है और अगर कोई प्रस्ताव आता है, तो हम उस पर दोबारा चर्चा करेंगे. संजय राउत ने आरोप लगाया था कि प्रकाश अंबेडकर ने महाविकास गठबंधन से गठबंधन तोड़ने का फैसला एकतरफा लिया है.' इस मामले पर बोलते हुए प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि 'मैं महाविकास गठबंधन को उनकी 4 सीटें लौटा रहा हूं.'
उन्होंने आगे कहा कि 'हमें 4 सीटें दी गई हैं. लेकिन, असल में उन्होंने हमें अकोला और बाकी दो सीटें ऑफर की हैं. इसलिए उन्हें झूठ बोलना बंद कर देना चाहिए, जब तिधा स्थायी है तो मैं उनसे जगह कहां मांगूंगा?' प्रकाश अंबेडकर ने घोषणा करते हुए बताया कि 'वह 27 तारीख को अकोला निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र भी दाखिल करेंगे.'