ETV Bharat / bharat

अरबों का लैंड फ्रॉड, कई राज्यों में दर्जनों मुकदमे, उत्तराखंड पुलिस ने किया गिरोह का भंड़ाफोड़ - Baba Amrik Singh Gang land fraud

Baba Amrik Singh Gang, Baba Amrik Singh Gang land fraud जमीन की धोखाधड़ी मामले में करोड़ों की ठगी मामले में दून पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. दून पुलिस ने मामले में बाबा अमरीक सिंह गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है. आरोपी से पुलिस को कई जरूरी जानकारियां हाथ लगी हैं.

author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 14, 2024, 9:55 PM IST

Etv Bharat
बाबा अमरीक सिंह गिरोह (Etv Bharat)

देहरादून(उत्तराखंड): देश के कई राज्यों में जमीनों की धोखाधड़ी में सक्रिय बाबा अमरीक सिंह गिरोह के सक्रिय सदस्य को थाना राजपुर पुलिस ने सहारनपुर से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी थाना राजपुर में 15 करोड़ की धोखाधड़ी में पंजीकृत मुकदमे में फरार था. साथ ही गिरोह के सदस्यों द्वारा अलग-अलग राज्यों में लोगों से अरबों की धोखाधड़ी की जा चुकी है. गिरोह के सदस्यों के खिलाफ उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में जमीन धोखाधड़ी के डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज हैं. गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में पुलिस के हाथ कई महत्वपूर्ण सुराग लगे हैं.

स्कूल और आश्रम बनाने के लिए जमीन का झांसा: बता दें 21 मार्च 2024 को पीड़ित गोविन्द पुण्डीर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह प्रोपर्टी डीलिंग का काम करता है. अगस्त 2023 में अमजद अली जो पहले में जाखन में वेल्डिंग का कार्य करता था, उसने अदनान नाम के एक व्यक्ति के साथ उनके बड़े भाई उपेन्द्र थापली से मिलाया. उसने बताया बुढ़ादल समिति नादेड़, महाराष्ट्र के एक बहुत बड़े बाबा अमरीक सिंह स्कूल और आश्रम बनाने के लिए जमीन देख रहे हैं. खरीदने वाली जमीन की मिट्टी पहले बाबा को उपलब्ध करानी होगी. बाबा खरीदने वाली जमीन की मिट्टी चेक करते हैं. उसके बाद ही जमीन खरीदते हैं. पीड़ित ने अमजद अली के कहे अनुसार तीन जमीनों के मिट्टी उन्हें उपलब्ध करा दी. अगस्त 2023 के दूसरे सप्ताह में अमजद अली, अदनान के साथ दोबारा पीड़ित के पास आया. कहा जो मिट्टी उनके द्वारा दी गई थी, वह पास नहीं हुई है.

मोटा मुनाफा, साझेदार बनने की पेशकश: 18 सितंबर 2023 को अमजद अली, राम अग्रवाल, सचिन गर्ग उर्फ छोटा काणा, मुकेश गर्ग उर्फ बड़ा काणा, सुमित बंसल, अर्जुन शेखावत, रणवीर, अदनान आदि सभी लोग पीड़ित के पास पुरकुल गांव, देहरादून पहुंचे. उन्होंने कहा कुछ किसान कनराल हरियाणा में अपनी जमीन बेच रहे हैं. जिसकी मिट्टी बाबा ने पास कर दी है. पीड़ित जमीन का बयाना कर लें. जिससे वे उसे आगे बाबा को बेच सके. सभी लोगों ने कहा बाबा की संस्था में कार्य करने के कारण वह जमीन की सीधी खरीद फरोख्त नहीं कर सकते. उन्होंने पीड़ित को अपने साथ साझेदार बनने, जमीन की खरीद फरोख्त में मोटा मुनाफा होने का लालच दिया. जिस पर पीड़ित ने विश्वास कर लिया. उसने अलग-2 समय पर उन्हें लगभग 15 करोड़ रुपये दिये. जब पीड़ित भूमि की रजिस्ट्री कराने करनाल हरियाणा पहुंचा तो भूमि के मालिक किरनपाल और उनके सहयोग सुखराम पाल ने उन्हें अपने भाई की तबिीत खराब होने ओर उसके आईसीयू में भर्ती होने की बात बताई. उसके बाद पीड़ित की मुलाकात बाबा अमरीक सिंह से हुई.

झांसा देकर पीड़ित से ठगे करोड़ों: कुछ समय बाद जब पीड़ित दूसरी बार रजिस्ट्री कराने के लिए हरियाणा जाने के लिये तैयार हुआ तो किरणपाल ने उसे फोन करके बताया कि बाबा को पैसे के साथ इन्कम टैक्स और पुलिस ने पकड़ लिया है. बदले में 6 करोड़ रुपये मांग रहे हैं. 3 करोड़ रुपये खुद देने और तीन करोड़ रूपए की व्यवस्था पीड़ित से करने को कहा गया. पैसों का इंतजाम न होने पर मामला इन्कम टैक्स में जाने और पहले में दिया गया पूरा पैसा जब्त होने का डर दिखाया. उनकी बातों पर विश्वास कर पीड़ित ने समय-समय पर तीन करोड़ का भुगतान किया. इसके बाद भी आरोपियों ने पीड़ित को समय-2 पर रजिस्ट्री कराते समय बहाना बनाकर झांसा दिया गया. जब पीड़ित ने आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटाई तो पता चला कि ये लोग गिरोह बनाकर उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तराखंड आदि राज्यों में इसी प्रकार से कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. जिसके बाद पीड़ित ने थाना राजपुर में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया.

आरोपियों पर 18 मुकदमें दर्ज:पुलिस को मामले की जांच के दौरान पता चला की धोखाधड़ी में शामिल सभी आरोपियों का एक लम्बा आपराधिक इतिहास है. जिनके खिलाफ देश के अलग अलग राज्यों में 18 मुकदमें दर्ज हैं. थाना राजपुर प्रभारी पीडी भट्ट ने बताया आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. टीमों को हरियाणा,उत्तर प्रदेश, पंजाब और हिमाचल प्रदेश व अन्य संभावित स्थानों पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए रवाना किया गया. गठित टीमों ने लगातार आरोपियों की तलाश के लिए संभावित स्थानों पर छापेमारी की. आरोपी लगातार अपनी गिरफ्तारी से बच रहे थे. पुलिस ने आरोपी संजय गुप्ता उर्फ राम अग्रवाल, अमजद अली,संजीव कुमार उर्फ सुमित बंसल के खिलाफ न्यायालय से गैर जमानती वारंट प्राप्त किये. मैनुअल पुलिस के आधार पर आज अदनान को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपी ने ही जमीन की खरीद फरोख्त के संबंध में सबसे पहले पीड़ित से संपर्क किया था. साथ ही आरोपी से पूछताछ में पुलिस टीम को अन्य आरोपियों के संबंध महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई हैं. जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है.


देहरादून(उत्तराखंड): देश के कई राज्यों में जमीनों की धोखाधड़ी में सक्रिय बाबा अमरीक सिंह गिरोह के सक्रिय सदस्य को थाना राजपुर पुलिस ने सहारनपुर से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी थाना राजपुर में 15 करोड़ की धोखाधड़ी में पंजीकृत मुकदमे में फरार था. साथ ही गिरोह के सदस्यों द्वारा अलग-अलग राज्यों में लोगों से अरबों की धोखाधड़ी की जा चुकी है. गिरोह के सदस्यों के खिलाफ उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में जमीन धोखाधड़ी के डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज हैं. गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में पुलिस के हाथ कई महत्वपूर्ण सुराग लगे हैं.

स्कूल और आश्रम बनाने के लिए जमीन का झांसा: बता दें 21 मार्च 2024 को पीड़ित गोविन्द पुण्डीर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह प्रोपर्टी डीलिंग का काम करता है. अगस्त 2023 में अमजद अली जो पहले में जाखन में वेल्डिंग का कार्य करता था, उसने अदनान नाम के एक व्यक्ति के साथ उनके बड़े भाई उपेन्द्र थापली से मिलाया. उसने बताया बुढ़ादल समिति नादेड़, महाराष्ट्र के एक बहुत बड़े बाबा अमरीक सिंह स्कूल और आश्रम बनाने के लिए जमीन देख रहे हैं. खरीदने वाली जमीन की मिट्टी पहले बाबा को उपलब्ध करानी होगी. बाबा खरीदने वाली जमीन की मिट्टी चेक करते हैं. उसके बाद ही जमीन खरीदते हैं. पीड़ित ने अमजद अली के कहे अनुसार तीन जमीनों के मिट्टी उन्हें उपलब्ध करा दी. अगस्त 2023 के दूसरे सप्ताह में अमजद अली, अदनान के साथ दोबारा पीड़ित के पास आया. कहा जो मिट्टी उनके द्वारा दी गई थी, वह पास नहीं हुई है.

मोटा मुनाफा, साझेदार बनने की पेशकश: 18 सितंबर 2023 को अमजद अली, राम अग्रवाल, सचिन गर्ग उर्फ छोटा काणा, मुकेश गर्ग उर्फ बड़ा काणा, सुमित बंसल, अर्जुन शेखावत, रणवीर, अदनान आदि सभी लोग पीड़ित के पास पुरकुल गांव, देहरादून पहुंचे. उन्होंने कहा कुछ किसान कनराल हरियाणा में अपनी जमीन बेच रहे हैं. जिसकी मिट्टी बाबा ने पास कर दी है. पीड़ित जमीन का बयाना कर लें. जिससे वे उसे आगे बाबा को बेच सके. सभी लोगों ने कहा बाबा की संस्था में कार्य करने के कारण वह जमीन की सीधी खरीद फरोख्त नहीं कर सकते. उन्होंने पीड़ित को अपने साथ साझेदार बनने, जमीन की खरीद फरोख्त में मोटा मुनाफा होने का लालच दिया. जिस पर पीड़ित ने विश्वास कर लिया. उसने अलग-2 समय पर उन्हें लगभग 15 करोड़ रुपये दिये. जब पीड़ित भूमि की रजिस्ट्री कराने करनाल हरियाणा पहुंचा तो भूमि के मालिक किरनपाल और उनके सहयोग सुखराम पाल ने उन्हें अपने भाई की तबिीत खराब होने ओर उसके आईसीयू में भर्ती होने की बात बताई. उसके बाद पीड़ित की मुलाकात बाबा अमरीक सिंह से हुई.

झांसा देकर पीड़ित से ठगे करोड़ों: कुछ समय बाद जब पीड़ित दूसरी बार रजिस्ट्री कराने के लिए हरियाणा जाने के लिये तैयार हुआ तो किरणपाल ने उसे फोन करके बताया कि बाबा को पैसे के साथ इन्कम टैक्स और पुलिस ने पकड़ लिया है. बदले में 6 करोड़ रुपये मांग रहे हैं. 3 करोड़ रुपये खुद देने और तीन करोड़ रूपए की व्यवस्था पीड़ित से करने को कहा गया. पैसों का इंतजाम न होने पर मामला इन्कम टैक्स में जाने और पहले में दिया गया पूरा पैसा जब्त होने का डर दिखाया. उनकी बातों पर विश्वास कर पीड़ित ने समय-समय पर तीन करोड़ का भुगतान किया. इसके बाद भी आरोपियों ने पीड़ित को समय-2 पर रजिस्ट्री कराते समय बहाना बनाकर झांसा दिया गया. जब पीड़ित ने आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटाई तो पता चला कि ये लोग गिरोह बनाकर उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तराखंड आदि राज्यों में इसी प्रकार से कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. जिसके बाद पीड़ित ने थाना राजपुर में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया.

आरोपियों पर 18 मुकदमें दर्ज:पुलिस को मामले की जांच के दौरान पता चला की धोखाधड़ी में शामिल सभी आरोपियों का एक लम्बा आपराधिक इतिहास है. जिनके खिलाफ देश के अलग अलग राज्यों में 18 मुकदमें दर्ज हैं. थाना राजपुर प्रभारी पीडी भट्ट ने बताया आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. टीमों को हरियाणा,उत्तर प्रदेश, पंजाब और हिमाचल प्रदेश व अन्य संभावित स्थानों पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए रवाना किया गया. गठित टीमों ने लगातार आरोपियों की तलाश के लिए संभावित स्थानों पर छापेमारी की. आरोपी लगातार अपनी गिरफ्तारी से बच रहे थे. पुलिस ने आरोपी संजय गुप्ता उर्फ राम अग्रवाल, अमजद अली,संजीव कुमार उर्फ सुमित बंसल के खिलाफ न्यायालय से गैर जमानती वारंट प्राप्त किये. मैनुअल पुलिस के आधार पर आज अदनान को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपी ने ही जमीन की खरीद फरोख्त के संबंध में सबसे पहले पीड़ित से संपर्क किया था. साथ ही आरोपी से पूछताछ में पुलिस टीम को अन्य आरोपियों के संबंध महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई हैं. जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है.


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.