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दिग्विजय सिंह बोले- RSS प्रमुख मोहन भागवत आरक्षण पर उठा चुके हैं सवाल, शाह को यूपी के नेताओं पर भरोसा नहीं - Digvijay Singh targeted BJP - DIGVIJAY SINGH TARGETED BJP

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आज लखनऊ पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अमित शाह को बीजेपी के नेताओं का भरोसा नहीं है. इसलिए उनकी जासूसी के लिए उन्हें गुजरात से यहां भेजा गया है.

मंत्री दिग्विजय सिंह की लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस
मंत्री दिग्विजय सिंह की लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस (Etv Bharat reporter)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : May 18, 2024, 2:19 PM IST


लखनऊ: शहर में शनिवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में भाजपा को घेरते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में जो भी नेता सक्रिय है, उन पर अमित शाह को भरोसा नहीं है. इसलिए, उन्होंने यूपी में जासूसी करने के लिए गुजरात से नेता भेजे हैं. 2024 का लोकसभा चुनाव पहले के चुनाव से बिल्कुल अलग है. 1950 में जब हमारा संविधान बना, तब से सब ठीक चलता आ रहा था.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय संविधान को लेकर किसी को कोई शंका नहीं थी. संविधान परिवर्तन करने के लिए 400 पार की आवश्यकता क्यों पड़ी रही है. यह भारतीय जनता पार्टी का गुप्ता एजेंडा है. देश में नया कानून लाने का प्रयास है. खुद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बयान देखा, तो उन्होंने आरक्षण को लेकर प्रश्न चिन्ह लगाया है. उसके बाद बीजेपी के कई नेताओं के बयान इसको लेकर आ चुके हैं.

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी ऑर्डिनेंस लाए, किसानों का हक छीन लिया, किसानों के खिलाफ तीन कानून लाया गया. मजदूरों को 44 संरक्षण के लिए कानून थे और उसकी मान्यता रही है. किसानों से मिलकर एक मीटिंग भी नहीं हुई. मौजूदा मोदी सरकार किस तरह से संविधान से पूरी तरह से हटकर अपने कानून को लागू करने में जुटी हुई है.

हमारी सरकार ने मेहनतकश किसानों को उनका मालिकाना हक दिया था : दिग्विजय सिंह ने कहा, कि जब केंद्र में हमारी सरकार थी तब हमारी सरकार में मेहनतकश किसान जो जमीन जोतते थे, उनको मलिकाना हक दिया गया था. हमारी विचारधारा गांधी की रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 साल में कौन से ऐसे कदम उठाए, जिससे किसान और मजदूरों को लाभ हुआ हो.

6000 किसान निधि के माध्यम से किसान को दे तो रहे थे, लेकिन खाद की कीमत बढ़ा दी. खाद की बोरी का वजन घटाया गया. कांग्रेस पार्टी ने तीन मांगे किसानों के पक्ष में हैं. कांग्रेस का मेनिफेस्टो में वादा है. कर्ज माफी के लिए आयोग बनाएंगे, कृषि यंत्र पर जीएसटी माफ करेंगे.

किसानों का कर्ज माफ नहीं लेकिन भगौड़ों का कर्ज माफ: किसान की मेहनत से उगाया हुआ और अनाज की कीमत नहीं बढ़ाई जा रही है. तेल की कीमत बढ़ाई जा रही है. पहले एक कुंतल अनाज बेचने से एक तोला सोना आ जाता था. आज 25 कुंतल बेचने पर एक तोला सोना आता है. भारतीय जनता पार्टी से पूछना चाहता हूं, 10 सालों में उन्होंने कौन सा कानून बनाया जिससे मध्यमवर्गीय, निम्न वर्गीय किसान को राहत मिली. उन्होंने बीजेपी की मोदी सरकार से पूछा, कि बीते 10 सालों में किसानों का 1 रुपया कर्ज माफ नहीं हुआ. बल्कि, देश का हजारों करोड़ रुपए लेकर भागने वाले लोगों का कर्ज माफ हुआ है. देश का 16 लाख करोड़ रुपए बड़े उद्योगपतियों के माफ कर दिए गए.

इसे भी पढ़े-स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कृष्ट मौर्य ने थामा कांग्रेस का हाथ, ऊंचाहार से लड़ सकते हैं चुनाव - Uttrakash Maurya Congress

हमारी गारंटी पर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के हस्ताक्षर हैं: राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लिए हर वर्ग के लोगों से मिले और सबसे चर्चा के बाद हमारा घोषणा पत्र बना है. हमारी सरकार आने के बाद हर महिला के खाते में 8500 हजार रुपए महीना दिया जाएगा. यह मोदी की गारंटी नहीं, राहुल के हस्ताक्षर किए हुए मल्लिकार्जुन खड़गे के हस्ताक्षर किए हुए घोषणा पत्र हैं. आज देश में वह हालत है गरीब गरीब होता जा रहा, और देश के 22 अमीर और अमीर होता जा रहा हैं. आरबीआई के आंकड़े के अनुसार डेढ़ लाख लोगों ने अपना सोना गिरवी रखने का काम क्या है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं अभी हाल में ही बुंदेलखंड दौरे पर गया था. वहां रोज 1 एक किसान आत्महत्या कर रहे है. हम जातिगत जनगणना के पक्ष में स्पष्ट नीति बनाएंगे. उत्तर प्रदेश बिहार में भर्ती नहीं हो रही है. देश के युवाओं में निराशा है. भर्ती निकाली जाती है, लेकिन कैंसिल हो जाती है, पेपर लीक हो जाते हैं.

पीएम मोदी गांधी की विचारधारा अपनाए, सिर्फ फोटो न लगाए: दिग्विजय सिंह ने कहा, कि अग्निवीर योजना आने के बाद से आज हालात यह हो गए हैं, कि देश के युवा फौज में भर्ती होना चाहते हैं. हमारी सरकार आने के बाद 1 महीने के अंदर फौज में भर्ती शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को कहा, कि महात्मा गांधी की विचारधारा को अपनाए, केवल फोटो कमरे में ना लगाए, बुलडोजर का प्रयोग करना कानून के खिलाफ है, इसका कोई प्रावधान नहीं है. अगर कोई अपराध करता है, तो उसके परिवार वालों को सजा नहीं देनी चाहिए. उसका घर उजाड़ कर मैं इसके सक्त खिलाफ हूं. पहले संघ परिवार हुआ करता था, जो बेहद ईमानदार हुआ करता था. आज मोदी परिवार है, उसमें एक भी व्यक्ति ईमानदार नहीं है.

यह भी पढ़े-चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बीजेपी का शक्ति प्रदर्शन,अमित शाह अमेठी में करेंगे रोड शो - Amit Shah Road Show In Amethi


लखनऊ: शहर में शनिवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में भाजपा को घेरते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में जो भी नेता सक्रिय है, उन पर अमित शाह को भरोसा नहीं है. इसलिए, उन्होंने यूपी में जासूसी करने के लिए गुजरात से नेता भेजे हैं. 2024 का लोकसभा चुनाव पहले के चुनाव से बिल्कुल अलग है. 1950 में जब हमारा संविधान बना, तब से सब ठीक चलता आ रहा था.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय संविधान को लेकर किसी को कोई शंका नहीं थी. संविधान परिवर्तन करने के लिए 400 पार की आवश्यकता क्यों पड़ी रही है. यह भारतीय जनता पार्टी का गुप्ता एजेंडा है. देश में नया कानून लाने का प्रयास है. खुद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बयान देखा, तो उन्होंने आरक्षण को लेकर प्रश्न चिन्ह लगाया है. उसके बाद बीजेपी के कई नेताओं के बयान इसको लेकर आ चुके हैं.

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी ऑर्डिनेंस लाए, किसानों का हक छीन लिया, किसानों के खिलाफ तीन कानून लाया गया. मजदूरों को 44 संरक्षण के लिए कानून थे और उसकी मान्यता रही है. किसानों से मिलकर एक मीटिंग भी नहीं हुई. मौजूदा मोदी सरकार किस तरह से संविधान से पूरी तरह से हटकर अपने कानून को लागू करने में जुटी हुई है.

हमारी सरकार ने मेहनतकश किसानों को उनका मालिकाना हक दिया था : दिग्विजय सिंह ने कहा, कि जब केंद्र में हमारी सरकार थी तब हमारी सरकार में मेहनतकश किसान जो जमीन जोतते थे, उनको मलिकाना हक दिया गया था. हमारी विचारधारा गांधी की रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 साल में कौन से ऐसे कदम उठाए, जिससे किसान और मजदूरों को लाभ हुआ हो.

6000 किसान निधि के माध्यम से किसान को दे तो रहे थे, लेकिन खाद की कीमत बढ़ा दी. खाद की बोरी का वजन घटाया गया. कांग्रेस पार्टी ने तीन मांगे किसानों के पक्ष में हैं. कांग्रेस का मेनिफेस्टो में वादा है. कर्ज माफी के लिए आयोग बनाएंगे, कृषि यंत्र पर जीएसटी माफ करेंगे.

किसानों का कर्ज माफ नहीं लेकिन भगौड़ों का कर्ज माफ: किसान की मेहनत से उगाया हुआ और अनाज की कीमत नहीं बढ़ाई जा रही है. तेल की कीमत बढ़ाई जा रही है. पहले एक कुंतल अनाज बेचने से एक तोला सोना आ जाता था. आज 25 कुंतल बेचने पर एक तोला सोना आता है. भारतीय जनता पार्टी से पूछना चाहता हूं, 10 सालों में उन्होंने कौन सा कानून बनाया जिससे मध्यमवर्गीय, निम्न वर्गीय किसान को राहत मिली. उन्होंने बीजेपी की मोदी सरकार से पूछा, कि बीते 10 सालों में किसानों का 1 रुपया कर्ज माफ नहीं हुआ. बल्कि, देश का हजारों करोड़ रुपए लेकर भागने वाले लोगों का कर्ज माफ हुआ है. देश का 16 लाख करोड़ रुपए बड़े उद्योगपतियों के माफ कर दिए गए.

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हमारी गारंटी पर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के हस्ताक्षर हैं: राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लिए हर वर्ग के लोगों से मिले और सबसे चर्चा के बाद हमारा घोषणा पत्र बना है. हमारी सरकार आने के बाद हर महिला के खाते में 8500 हजार रुपए महीना दिया जाएगा. यह मोदी की गारंटी नहीं, राहुल के हस्ताक्षर किए हुए मल्लिकार्जुन खड़गे के हस्ताक्षर किए हुए घोषणा पत्र हैं. आज देश में वह हालत है गरीब गरीब होता जा रहा, और देश के 22 अमीर और अमीर होता जा रहा हैं. आरबीआई के आंकड़े के अनुसार डेढ़ लाख लोगों ने अपना सोना गिरवी रखने का काम क्या है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं अभी हाल में ही बुंदेलखंड दौरे पर गया था. वहां रोज 1 एक किसान आत्महत्या कर रहे है. हम जातिगत जनगणना के पक्ष में स्पष्ट नीति बनाएंगे. उत्तर प्रदेश बिहार में भर्ती नहीं हो रही है. देश के युवाओं में निराशा है. भर्ती निकाली जाती है, लेकिन कैंसिल हो जाती है, पेपर लीक हो जाते हैं.

पीएम मोदी गांधी की विचारधारा अपनाए, सिर्फ फोटो न लगाए: दिग्विजय सिंह ने कहा, कि अग्निवीर योजना आने के बाद से आज हालात यह हो गए हैं, कि देश के युवा फौज में भर्ती होना चाहते हैं. हमारी सरकार आने के बाद 1 महीने के अंदर फौज में भर्ती शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को कहा, कि महात्मा गांधी की विचारधारा को अपनाए, केवल फोटो कमरे में ना लगाए, बुलडोजर का प्रयोग करना कानून के खिलाफ है, इसका कोई प्रावधान नहीं है. अगर कोई अपराध करता है, तो उसके परिवार वालों को सजा नहीं देनी चाहिए. उसका घर उजाड़ कर मैं इसके सक्त खिलाफ हूं. पहले संघ परिवार हुआ करता था, जो बेहद ईमानदार हुआ करता था. आज मोदी परिवार है, उसमें एक भी व्यक्ति ईमानदार नहीं है.

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